जीवन की आपाधापी मैं हमें वक़्त का जरा सा भी ध्यान नहीं रहता और वक़्त कब हमारे हाँथ से निकल जाता है हमें पता भी नहीं चलता ! इस आधुनिक दुनिया मैं इन्सान ने अपने आप को एक मशीनी मानव बना लिया है ! जिसका उद्देश्य सिर्फ काम और काम इसके अलावा कुछ नहीं ! और कर लिया अपने आप को वाहरी दुनिया से बिलकुल अलग थलग ! आज इन्सान इतना व्यस्त है ! कि उसे यह तक नहीं मालूम कि आज हमारा समाज कहाँ हैं और क्या है हमारे समाज कि स्थिति ! आज पूरी तरह से इन्सान कट गया है अपनों से ! चाहे वो अपने परिवार के लोग हों या अपने दोस्त और रिश्तेदार ! आज नहीं है किसी का भी ध्यान , सिर्फ काम और सिर्फ काम ! इस व्यस्तता ने हमसे कितना कुछ छीन लिया है , इस बात का अंदाजा हमें शायद आज नहीं हो रहा है ! इसका अंदाजा हमें तब होगा जब हमारे अपने हमारा ही साथ नहीं देंगे ! क्या हम चाहते हैं कि ऐसा हो ! जिन अपनों के लिए आप दिनरात मेहनत करते हैं , जिनके कारण आप ने अपने आपको इतना व्यस्त कर रखा हैं! वही अपने हमारे ना हों ! इसलिए अभी भी वक़्त है हमारे पास ! अपनी व्यस्त जिंदगी से कुछ पल निकालने का और अपनों को मनाने का और उनको अपना साथ देने का ! कहीं देर ना हो जाये ! और वक़्त हमारे हाँथ से निकल जाये ! क्योंकि गुजरा वक़्त कभी लौट कर नहीं आता ! इस व्यस्तता ने हमें दूर कर दिया उस प्यार और आशीर्वाद से जो हमें अपने माता-पिता से मिलता है , कारण अब हम उन्हें बिलकुल भी समय नहीं दे पाते ! दूर कर दिया उन दोस्तों से जिनके साथ वचपन बीता और कसमें खाई कि हम कभी नहीं भूलेंगे अपनी दोस्ती को ! दूर कर दिया हमें अपने बच्चों से जो हमारी जान हुआ करते थे जिनसे दूर होने का भी हम नहीं सोचते थे ! दूर कर दिया अपने प्रिये जीवन साथी से, जिसके हर सुख दुःख मैं साथ निभाने कि कसमें खाई थी ! सब कुछ इस व्यस्तता के कारण ! क्या आप इन सबको खोना चाहते हैं ! कहीं ऐसा ना हो कि भविष्य मैं, हमारे अपने हमारे सामने ऐसे प्रश्न रख दें , जिनका जबाव शायद हमारे पास ना हो ! अब भी वक़्त है दीजिये वक़्त अपनों को और उठायें जीवन का सबसे सुखद आनंद ! अब ना करे जरा सी भी देर, क्यों कि वक़्त नहीं करता किसी का इंतजार .....................और
कहीं देर ना हो जाये ..........................सुखी परिवार ..........सुखी संसार ............
धन्यवाद
कहीं देर ना हो जाये ..........................सुखी परिवार ..........सुखी संसार ............
धन्यवाद
सच कहा..वक्त नहीं करता किसी का इन्तजार!
ReplyDeleteवक़्त नहीं करता किसी का इंतजार .....................और
ReplyDeleteकहीं देर ना हो जाये ..........................सुखी परिवार ..........सुखी संसार ............
koi shaq nahin.. amit satya hai