Thursday, April 1, 2010

मुझे तो यूँ ही वदनाम करते हैं, जबकि .........>>>> संजय कुमार

आप लोग तोह मुझे यूँ ही वदनाम करते हैं ! कहते हैं कि मैं सबसे बुरा हूँ , इस दुनिया मैं मुझसे बुरा कोई नहीं है ! मैंने ना जाने कितने ही घर बर्वाद कर दिए हैं ! जी नहीं इसमें मेरी कोई गलती नहीं है ! अगर मैं बुरा होता तो आप मेरे पास आते, नहीं, आज तो सरकारभी कह रही है और हमेशा से कहती आ रही है कि , धुम्रपान स्वास्थ्यले लिए हानिकारक है , मदिरा पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है , गुटखा खाने से कैंसर होता है , बगैरह -बगैरह
फिर भी आप मेरा इस्तेमाल करते हैं क्यों , क्यों मेरा इस्तेमाल करने के बाद आप बड़ा फक्र सा महसूस करते हैं ! और पूरी दुनिया मैं मुझे वदनाम करते फिरते हैं , कि मैं इन्सान का गम दूर करता हूँ ! मेरा सेवन करने से इन्सान अपने सरे दुखदर्द भूल जाता है , इन्सान बहुत खुश हो तो , और बहुत ज्यादा दुखी हो तो भी मेरा पीछा नहीं छोड़ता , गलती इन्सान करता है ! और भुगतना मुझे पड़ता है ! आप इन्सान से क्यों नहीं कहते कि वो अपने दिमाग का भी इस्तेमाल किया करे !
पर इन्सान तो मेरे लिए ऐसे तड़पता है , जैसे अगर मैं ना मिला तो पता नहीं क्या हो जायेगा ! इन्सान इतनी तड़प तो अपने माँ बाप के लिए भी नहीं रखता ! मेरे लिए तो इन्सान रोज अपनों से लड़ता है ! मेरे लिए सब कुछ करने को तैयार हो जाता है ! चाहे माँ का अपमान करना हो या पिता का , किसी को नहीं छोड़ता , पत्नि पर हाँथ उठाना हो या अपने प्यारे बच्चों पर ! मेरे इस्तेमाल के बाद तो इन्सान, इन्सान को इन्सान ही नहीं समझता ! अपनी सारी मान मर्यादाएं भूल जाता है ! मेरी तड़प मैं तो इतना पागल हो जाता है , कि , एक बार उसे भोजन मिले न मिले पर मैं एक बार मिल जाऊं बस फिर नहीं फिक्र दुनिया जहां कि ! बड़े बड़े घर बर्वाद हो गए मेरे चक्कर मैं ! कई राज पाठ चले गए मेरे कारण ! मेरे द्वारा इस देश मैं लाखों युवा रोज बर्वाद हो रहे हैं ! बड़े बड़े महानगरों मैं तो एक सिम्बल के रूप मैं जाना जाता हूँ , अब तो मेरी तड़प मैं महिलाओं और युवा लड़कियों कि संख्या भी बदती जा रही है ! आज हर जगह मेरे मारे, हॉस्पिटल मैं भरे पड़े हैं , फिर भी नहीं छोड़ेंगे मेरा साथ .......
मैं आपको बताती हूँ मेरे कई नाम, शराब , सिगरेट , बीडी , तम्बाखू , कोकीन , चरस , भंग , और ना जाने कितने हैं नाम मेरे ! मैं नशा हूँ और ऐसा जो एक बार लग जाये तो पता नहीं इन्सान से क्या क्या करवा दे !
हमारे देश कि सरकार तो मुझसे बहुत सारा धन कमाती है ! तो वह तो कुछ नहीं करेगी ! करना आप सब को है ! तो आज के इन्सान मत करो नशा ये नशा करना आप कि संस्कृति नहीं है ! गलती आप लोग करते हैं और वदनाम मैं होता हूँ ..................
धुम्रपान निषेध है ......... तम्बाखू से कैंसर होता है ............. सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है

धन्यवाद

6 comments:

  1. गलती आप लोग करते हैं और वदनाम मैं होता हूँ ..................
    वाकई गलती तो हमारी ही है.
    बहुत सुन्दर

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  2. क्या बात है, लेखनी की तारीफ करनी होगी।

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  3. बढिया लिखा है .. गल्‍ती आपलोग करते हैं और बदनाम मैं होती हूं .. नशा शराब में होता तो नाचती बोतल !!

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  4. bhai madira to main bhi paarty vagairah me le leta hoon lekin matra ka khyaal rakhte hue aur mahine me ekaadh baar hi lekin bhagwaan ne ab tak cigeratte aur tambaaku se bacha ke rakha hai yahi ganeemat hai. waqt ke sath madira bhi chhoot jaayegi

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