Thursday, May 20, 2010

मैं अन्धविश्वास बेचने आया हूँ, क्या आप खरीदोगे....>>>> संजय कुमार

क्या आप परेशान हैं ! क्या आपको बार-बार नजर लग जाती है ! क्या आपके व्यवसाय मैं घाटा हो रहा है ! या आपका बच्चा पढ़ाई मैं कमजोर है , या आप माँ नहीं बन पा रहीं है ! या फिर आपकी बेटी की शादी नहीं हो रही है , या बार-बार सगाई होकर सम्बन्ध टूट रहा है ! नई गाडी का अक्सिडेंटहो गया ! या आपका पति आप से ज्यादा किसी और को चाहता है ! क्या हैं, आपके पास इस तरह की कोई समस्याएं ! तो फिर आप देर क्यों कर रहे है ! अब हम करेंगे आपकी हर समस्या को दूर ! हमे फोन कीजिये और जीवन की हर समस्या के मुक्ति पाइए ! आप सही जगह आ गए हैं ! यहाँ आपको मिलेगा आपकी हर समस्या का समाधान ! अब देर मत कीजिये और आज ही फोन कीजिये और मंगवाइये ! नजर सुरक्षा कवच ! या फिर हनुमानजी कवच या फिर शिव मंत्रित एक मुखी रुद्राक्ष ! आपको मिल रहा है सिर्फ हमारे पास सबसे सस्ता ! और आज ही फोन करने पर आपको यह फ्री मिलेगा और बो फ्री मिलेगा ! आज आप कोई भी टी व्ही चैनल उठाकर देख लीजिये सुबह हो शाम , दिन हो या रात हर वक़्त कोई ना कोई कुछ ना कुछ बेचता हुआ मिलेगा ! लेकिन इन्सान को आज अन्धविश्वास भी बेचा जा रहा है ! जो लोग जरा से भी अन्धविश्वासी होते हैं !या इन सब बातों मैं यकीं रखते हैं , वह फंस जाते हैं ! ऐसे उत्पादों को बेचने बालों के चक्कर मैं ! और सच समझ लेता है यह अन्धविश्वास !

आज जिसे देखो अन्धविश्वास की दूकान खोलकर बैठ गया ! और हम सब को पूरी तरह अन्धविश्वासी बनाने को ! क्या वाकई मैं ऐसा कोई कवच है , जो इन्सान की सारी समस्याएं दूर कर सकता है ! और इन्सान को एक ऊंची बुलंदी पर पहुंचा सकता है ! यदि ऐसी कोई चीज होती तो इंसान आज गरीब क्यों होता ! क्यों बेरोजगार होता ! और क्यों आज इतना दुखी होता ! हर कोई छोटी मोटी रकम देकर अपनी सारी समस्याएं दूर कर लेता !आज इन्सान अपनी गलतियों को नहीं देखना चाहता और सच बात को नकार कर अन्धविश्वास को बढ़ावा दे रहा है !
हिंदुस्तान मैं संवेदनशील लोगों की कमी नहीं हैं ! इसके पीछे हमारा नम्र स्वाभाव होता है ! जो हम सभी की एक विशेष पहचान होती है ! ऐसा स्वाभाव जिसमे सब कुछ सच होता है ! किसी भी तरह का दिखावा या झूंठ नहीं होता ! इसलिए हम सब सहसा किसी भी बात पर बिना सोचे समझे विश्वास कर लेते हैं ! यह हमारी कमजोरी भी है ,और हमारी पहचान और ताक़त जो हमें पूरे विश्व मैं एक अलग पहचान देती है ! ठीक उसी तरह हिंदुस्तान मैं रस्सी को सांप समझने बालों की भी कमी नहीं है ! और ऐसे लोगों को हम अन्धविश्वासी कहते हैं! जो सच से कहीं परे होता है !और टिका होता है कहीं ना कहीं एक झूंठ पर ! जिनका इन्सान के जीवन से कहीं दूर दूर तक लेना नहीं होता ! और इस तरह के उत्पाद बेचने बाले ! हमारे भोलेपन का फायदा उठाते हैं ! और धीरे धीरे हमें जकड़ता जा रहा है ! अन्धविश्वास मैं ! और इस अन्धविश्वास मैं हम खो रहे हैं अपने असली सुख को !

कहते हैं अन्धविश्वास भोलेभाले गाँव बालों मैं होता है ! जो अनपढ़ होते हैं बो अन्धविश्वास पर जल्दी यकीं कर लेते हैं ! किन्तु आज हमारा पढ़ा लिखा और जाग्रत समाज भी कहीं ना कहीं अन्धविश्वास के जाल मैं पूरी तरह फंसा हुआ है ! ज्यादा और जल्दी बुलंदी पाने के लिए वह इन पर अन्धविश्वास की दुकानों को चलाने मैं अपना पूरा पूरा योगदान दे रहे हैं ! आज ऐसे इन्सान अपने कर्म से ज्यादा अपनी किस्मत को ज्यादा मानते हैं ! और एक अन्धविश्वास उनके साथ हमेशा से उनके साथ रहता है ! हमने देखा हैं इस अन्धविश्वास का परिणाम ! की किस तरह इन्सान भटक जाता है ! सही मार्ग पर चलने से ! अगर हम इसी तरह इनके जाल मैं फंसते रहे! तो एक दिन
इस हिंदुस्तान मैं सिर्फ अन्धविश्वास होगा ! और इन अन्धविश्वास की दूकान .......दिन दूनी और रात चौगनी ... तरक्की करेगी ........ तो फिर मैं भी एक दूकान खोलूँगा ................क्या आप मुझसे अन्धविश्वास खरीदेंगे ......
क्या हम अन्धविश्वासी हैं या हमें बनाया जा रहा है .................................................

धन्यवाद

4 comments:

  1. बहुत अच्छा और आवश्यक मुद्दा उठाया आज.. लगता है आप हर वक़्त अपनी आँखें, कान और दिमाग खुले रखते हैं कि कोई मुद्दा छूट ना जाये.. :)

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  2. प्रिये दीपकजी
    इन सब की प्रेरणा मुझे आप से ही मिलती है !
    आप भले ही ना कहें पर यह सच है ,

    आपको बहुत बहुत धन्यवाद

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  3. ....बहुत खूब ...लाजवाब पोस्ट!!!

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  4. अपने आप पर जितना विश्वास नहीं है लोगो को अन्धविश्वास पर विश्वास है. गिरफ्त तगड़ी है पर निकलना तो होगा ही

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