Tuesday, March 6, 2012

बसंत की जवानी है होरी ....>>> संजय कुमार

बसंत  की जवानी है होरी  
छोरा-छोरी के  मन को
रंगती है होरी
बच्चों को
सबसे अधिक भाती है होरी
बूढ़ों को अतीत में ले जाती है होरी
गोजा पपड़ियों से भी
जानी जाती है होरी
सिर्फ तन को ही नहीं
मन के  भी
वैर का मैल धोकर
प्रेम के रंग में रंग जाना है होरी 
कुंवारे मन को गुदगुदा कर 
भावी जीवनसाथी  के
सपने सजाती है होरी
हर तरह के नकारात्मकता को जलाने
और
सकारात्मकता के उल्लास के साथ 
जीवन में आगे बढ़ने का नाम है होरी 

 समस्त ब्लौगर  साथियों को परिवार सहित  होली की बहुत बहुत ढेरों शुभकामनाएं , यह पर्व आपके जीवन में खुशियाँ और उमंग लेकर आये  ............. ( वृक्षों का काटना रोकिये .... पानी का अपव्यय रोकिये )



शुभकामनाओं सहित
संजय - गार्गी   ( रचना,  गार्गी की कलम से )


धन्यवाद

12 comments:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    रंगों की बहार!
    छींटे और बौछार!!
    फुहार ही फुहार!!!
    रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!

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  2. बहुत उम्दा रचना ......

    आप को होली की खूब सारी शुभकामनाएं

    नए ब्लॉग पर आप सादर आमंत्रित है

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  3. होली के इस पावन पर्व पर आपको और आपके परिवार को बहुत-बहुत वधाई एवं शुभकामनाए
    |आपने होरी का उच्चारण अपने शव्दों में कुछ इस तरह किया कि लगता हें यह शव्दों की माला कभी खत्म ही न हो |

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  4. सबको शुभकामनायें होली की..

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  5. बसंत की जवानी है होरी
    छोरा-छोरी के मन को
    रंगती है होरी
    बच्चों को
    सबसे अधिक भाती है होरी
    बूढ़ों को अतीत में ले जाती है होरी


    वाह बढ़िया प्रस्तुति .... होली की शुभकामना और बधाई ...

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  6. आपको और आपके परिवार को मेरे और मेरे परिवार की ओर से होली की बहुत - बहुत बधाई.

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  7. holi ki bahut badhai , sachmuch man ko tarotaja kar gai apki ye kavita .

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  8. होली की हार्दिक शुभकामनाएँ ....

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  9. जीवन्त विचारों की बहुत सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी रचना !
    आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें !

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  10. बहुत सुन्दर प्रस्तुति.

    आपको सपरिवार रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ......!!!!

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  11. .

    वृक्षों का काटना रोकिये ....
    पानी का अपव्यय रोकिये ....

    इतने दायित्वबोध के साथ होली की रचना लिखी जाती है तो स्वतः ही लेखनी सार्थक हो जाती है …
    ♥संजय जी♥ - ♥गार्गी जी♥
    सुंदर भावों की अभिव्यक्ति के लिए आप दोनों का आभार !


    साथ ही
    स्वीकार करें मंगलकामनाएं आगामी होली तक के लिए …
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    ♥होली ऐसी खेलिए, प्रेम पाए विस्तार !♥
    ♥मरुथल मन में बह उठे… मृदु शीतल जल-धार !!♥


    आपको सपरिवार
    होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
    - राजेन्द्र स्वर्णकार
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