Friday, March 5, 2010

Women's Day महिला दिवस

आ गया महिला दिवस , महिलाओं के सम्मान मैं दो अच्छे शव्द बोलने का हम कहेंगे की आज की नारी पुरुषो से कम नहीं, आज पुरुषों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर चल रही है, जिस क्षेत्र मैं देखो महिलाओं ने अपनी उपलव्धि दर्ज कराइ है , चाहे वो राजनीती हो, खेल क्षेत्र हो , विज्ञानं , देश - विदेश मैं हर जगह अपना दबदबा दिखाया है, जिससे हमें अपने आप और अपनी नारी शक्ति एवं राष्ट्र पर गर्व महसूस होता है,

हम कहते हैं की आज की नारी आजाद है अपने विचारों को प्रगट करने के लिए बराबर साथ चलने के लिए आजाद है, शायद ऐसा कहने मैं अच्छा लगता है, हम सब शायद दिखाबा पसंद लोग हैं, शायद हम पहुंची हुई हस्तियों को ही महिला दिवस पर याद करते हैं, हम उन्ही हस्तियों का गुणगान करते हैं ,जिनके बारे मैं हम देखते हैं या हमें बताया जाता है,

शायद हम उन महिलाओं को भूल जाते हैं, जो वाकई मैं महिला दिवस की हकदार हैं हम अपने बच्चों को सिर्फ बही बताते हैं, की इन्होने इस क्षेत्र मैं तो उसने उस क्षेत्र मैं कड़ी महनत करके, ये सिर्फ ये मुकाम हासिल किया है, जिसने महनत की पर मुकाम हासिल ना किया तो क्या हम उसको भूल जायेंगे, क्या सिर्फ नाम कमाना ही असली महिला दिवस है,

मेरा सोचना है, हमें उन महिलाओं को भी याद करना चाहिए जो अपने आस-पास हैं हमारी "माँ" जो हर परिस्थति मैं महान है, हर तकलीफ सहते हुए, अपना जीवन सिर्फ अच्छा करने के लिए जानी जाती है, इस "माँ" की वजाह से ही आज कितनी महिलाएं महान बनी हैं, हमें इन्हें भी सम्मानित करना चाहिए महिला दिवस पर,
वो मजदूर औरत जो एक एक ईंट के साथ महनत करके, सुंदर भवनों को बनाने में अपना योगदान देती है, शायद हम उसका सम्मान कभी ना कर सकें, पर हमें करना होगा, आज करना होगा सम्मान हर उस नारी का जो लडती है किसी ना किसी बात पर अपने सम्मान के लिए अपने अधिकार के लिए, हर उस महिला को जो ग्रामीण परिवेश में शायद हम सब से कहीं अधिक महनत करती है, करना होगा सम्मान इनका भी

मेरी तरफ से विश्व की सभी महिलाओं को इस महिला दिवस पर नमन, जो मेरी याद में हैं और जो गुमनाम हैं ....................



Women's Day ...............महिला दिवस



3 comments:

  1. Ek tathyaparak aur sarthak lekh laga Sajay ji.. sochne wali baat hai..
    Jai Hind...

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  2. Bahut hi saarthak aalekh ...acchi lagi..bahut hi accha likha hai aapne..

    lekin ek baat mujhe pareshaan kar rahi hain..

    mujhe Deepak aur aapki shakl ek jaisi kyun lag rahi hai...??

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  3. hum dono chasma lagate hain,
    isliye aapko aisa lag raha hai,

    hum dono ke dil mile huye hain

    aapne is lekh ko saraha

    dhanyabad

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