मैं पिछले डेढ़ बर्ष से इस ब्लॉग लेखन में हूँ ! इन डेढ़ बर्षों में मुझे बहुत सारे अच्छे अनुभव हुए , कई बरिष्ठ लेखकों का मार्गदर्शन मिला , साथ ही कई नवीन ब्लोगर्स का प्रेम और स्नेह मिला जो मुझे आगे लिखने के लिए प्रेरित करता रहा ! आज उसी प्रेम-स्नेह और मार्गदर्शन से प्रेरित होकर में आप सभी के समक्ष छोटी-मोटी रचनाएँ लिखता रहता हूँ ! में कोई लेखक नहीं हूँ फिर आप सभी ने मुझे जो आशीष प्रदान किया है उसका में बहुत आभारी हूँ ! मेरे ब्लॉग लेखन में मेरी पत्नि " गार्गी " का भी बहुत योगदान रहा है ! उनकी कई कवितायेँ में आप सभी के समक्ष कई बार प्रस्तुत कर चुका हूँ ! जिन पर आप सभी की उत्साहवर्धक टिप्पणियों ने मेरा होंसला बड़ाया आज मैं अपनी २०० बी पोस्ट आपके समक्ष रख रहा हूँ ! २०० बी पोस्ट पर मैं सभी ब्लोगर साथियों का धन्यवाद करना चाहता हूँ , और चाहता हूँ आप सभी का मार्ग-दर्शन जिससे मुझे लिखने की प्रेरणा मिले !
आज जो रचना मैं आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ ! वो मेरे आदरणीय " श्री विनय बहादुर सक्सेना जी " की कलम से है ! जो उन्होंने आज देश के बुरे हालातों के मद्देनजर देखते हुए प्रस्तुत की है !
आज के इन नेताओं से कुछ नहीं होगा
सब के सब बुजुर्ग हो गए हैं
कोई ६५ का तो कोई ७५ का
इनके साथ ही युवा नेता भी
बुजुर्ग हो गए हैं !
अब तो आतंकवाद को
खत्म करने के लिए
खौलते खून की जरुरत है
जो हर तरह से तैयार हो
मिटने व मिटाने के लिए
जैसे को तैसा देने के लिए
जरुरत है ,
एक क्रांतिकारी की
जो देश के प्रत्येक
युवा के खून को
क्रांति से भर दे
आतंवादियों को
उन्ही के , शस्त्र से
समाप्त कर सकते हैं
और फिर शांति से
रह सकते हैं
२०० बी पोस्ट पर हार्दिक धन्यवाद
सबको मिलकर ही साथ आना पड़ेगा।
ReplyDeleteसुन्दर रचना, सशक्त और खूबसूरत प्रस्तुति .
ReplyDeleteखत्म करने के लिए
ReplyDeleteखौलते खून की जरुरत है :
वो अब पानी बन चूका है.. भारत देश में.
२००वी पोस्ट पर हार्दिक शुभकामनायें स्वीकार करें.
बहुत सुन्दर रचना ..........
ReplyDelete२०० बी पोस्ट पर हार्दिक धन्यवाद
२००वी पोस्ट पर हार्दिक शुभकामनायें स्वीकार करें.
ReplyDeleteबहुत यथार्थवादी सोच...बधाई.
सुन्दर रचना और खूबसूरत प्रस्तुति ||
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति.
ReplyDelete२०० वीं पोस्ट पर बधाई स्वीकारें
खूबसूरत प्रस्तुति संजय जी
ReplyDelete२००वी पोस्ट पर हार्दिक बधाई स्वीकारें
ReplyDeleteइस 200 वी पोस्ट पर हार्दिक शुभकामनायें .
ReplyDeleteश्री विनय बहादुर सक्सेना जी " की कलम से निकली बेहतरीन रचना के लिए धन्यवाद।