Saturday, September 18, 2010

अमीर लोगों का गरीब देश ...>>> संजय कुमार

विश्व की सबसे अधिक आवादी बाला दूसरा देश जिसे हम अपना देश भारत, इंडिया , और हिंदुस्तान के नाम से जानते हैं ! एकता में अनेकता , अनेक तरह की भाषाएँ , हजारों बोलियाँ , अनेक कलाओं के लिए पूरे विश्व में अपनी विशालता के लिए जाना जाता है ! जब हिंदुस्तान का नाम विश्व पटल पर लिया जाता है तो हर एक सच्चा हिन्दुस्तानी अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता है ! आज हम हिंदुस्तान को एक और विशेषता के लिए जानने लगे हैं ! और वह विशेषता है भारत का नाम विश्व स्तर के अमीरों की सूची में आने लगा है ! अब भारत अरबपतियों और अमीरों का देश बन गया है ! अब कौन कहता है ! कि भारत एक गरीब देश है ! यहाँ पर सिर्फ भूंख और गरीबी है ! लेकिन अब ऐसा नहीं हैं ! यह वह देश हैं, जहाँ के मंदिर ट्रस्ट इतने अमीर हैं, जो किसी छोटे-मोटे देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं ! ताजा समाचारों में तिरुपति बालाजी ट्रस्ट ५२००० करोड़ से ज्यादा की संपत्ति रखता है ! इसी तरह और भी हैं जो अरबों कि संपत्ति रखते हैं ! यह पैसा आम व्यक्तियों द्वारा दान में दिया गया है या भारत के अमीरों द्वारा ? भारत के कुछ उद्योगपति विश्व स्तर पर अमीरों की सूची में पहला दूसरा स्थान रखते हैं ! कौन कहता है भारत गरीब देश है ? भारत का क्रिकेट बोर्ड, विश्व में सबसे अमीर बोर्ड है ! भारत के नेताओं और मंत्रियों के पास करोड़ों अरबों की अकूत संपत्ति है ! इससे कहीं ज्यादा के तो उन पर घोटालों के आरोप हैं ! कई मंत्रियों की अरबों की संपत्ति इस देश के बाहर स्विस बैंकों में जमा है ! एक रिपोर्ट के अनुसार देश का २०० करोड़ रूपए प्रतिदिन देश से बाहर जाता है ! हमारे देश के कई छोटे - बड़े अधिकारी आज करोड़ों अरबों में खेल पर हैं ! अभी कुछ दिनों पहले एक मेडिकल ऑफिसर के बैंक लाकरों से टनों सोना निकला ! यही नहीं आज देश में ऊंचे पदों पर बैठे हर अधिकारी की यही स्थिती है ! यहाँ के साधू-संत भी अरबों-खरबों में खेल रहे हैं ! हमारे ही देश का एक शहर औरन्गावाद जहाँ पर एक बार एक साथ एक ही दिन में ११५ मर्सिडीज कारों की बुकिंग होती है ! बह कार जिसकी कीमत २५ लाख से शुरू होकर ९९ लाख तक जाती है ! क्या कोई कह सकेगा हमारे देश को एक गरीब देश ? अब आप सोचिये ? है ना हमारा देश अमीर लोगों का देश !
लेकिन इसका एक पहलू और भी है, जो हम सब जानतें हैं ! लेकिन उसकी चर्चा स्वयं कभी नहीं करना चाहते ! क्योंकि सच हमेशा कडवा होता है ! कुछ पश्चिमी देश भारत को आज भी एक अलग द्रष्टि से देखते हैं ! वह भारत को गरीब, नंगा और भूँखा देश के रूप में जानते हैं ! और उनका ऐसा मानना गलत भी नहीं है ! जिस देश के गरीबों की संख्या किसी देश की आबादी के बराबर हो ! ऐसे लाखों लोग जिनके पास अपना तन ढंकने को एक मीटर कपडा तक नसीब नहीं है ! ऐसे लाखों - करोड़ों लोग जिन्हें दो वक़्त का खाना तक नसीब नहीं है ! भारत में प्रतिवर्ष एक लाख लोग मरते हैं, सिर्फ दूषित पानी पीने से ! लाखों निरक्षर बच्चे ! यह सब कुछ हम जानते हैं , और जानती हैं हमारे देश की सरकार ! पर यह सारी बातें हमारी सरकार कभी कबूल नहीं करती ! और देती है अपने देश को विकसित और आधुनिक देश का दर्जा ! लेकिन यह सब सच है ! यह सारी बातें पश्चिमी देशों को मौका देती हैं, हमारे देश को नंगा , गरीब और भूँखा कहने का ! और शायद इन्ही सब का फायदा उठा कर उन्होंने कई वर्षों तक हम लोगों पर राज किया ! आज देश में कई लोग इस बात को बड़ी आसानी से स्वीकार कर लेते हैं, कि हमारा देश गरीब है ! और गरीबी ही दिखती है, हर जगह ! जहाँ पर ना तो बिजली है ना है पानी की व्यवस्था , ना है स्वास्थय सुबिधायें ! अगर है तो चारों और भुखमरी, गरीबी और सूखा ! जहाँ इन्सान लड़ रहा है अपने आप को जीवित रखने के लिए ! यह एक दुखद सत्य है, की देश में आज बहुत जगह भुखमरी है , लाखों बच्चे कुपोषण का शिकार हैं ! सरकार ने शिक्षा का नया संबिधान तो बना दिया ! " अब हर बच्चे का कानूनी हक है शिक्षा पाना " उसी सरकार की नाक के नीचे सेकड़ों बच्चे जो बेघर हैं और दर दर की ठोकर खा रहे हैं ! कई प्रदेशों में जहाँ किसान सूखा , भुखमरी, और गरीबी से तंग आकर खुदखुशी तक करने को मजबूर हैं ! अब आप लोग बताएं की क्या हैं हमारा देश ?
अमीरों का देश या अमीर लोगों का गरीब देश ..............................
धन्यवाद

14 comments:

  1. बहुत सही लिखा है
    आशा

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  2. बिल्‍कुल सही।

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  3. kuch bhi ho lekin pure viswa ki 7 arab aabadi me hum or china ki aabdi lughbhag 2.5 arab hai.

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  4. आज आपका ब्लॉग चर्चा मंच की शोभा बढ़ा रहा है.. आप भी देखना चाहेंगे ना? आइये यहाँ- http://charchamanch.blogspot.com/2010/09/blog-post_6216.html

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  5. bilkul shai kaha aapne......

    aaj ameer aur ameer / gareeb aur gareeb hota ja raha hai

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  6. अमीर लोगों का गरीब देश------मुझे भी लगता है ...

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  7. sahi kaha bhai jaan, isthiti to bakai kharab he

    ye jo chuninda amerr sirf 10-15 % logo ka jamabada he
    barna sarkari aankde to 40, karor log aaj bhi Below Poverty line se neeche reh rah ehain, aur isnme ijafa hi ho raha he,, kyunki jis gati se mehgayi badhti ja rahi he , isme aur bhi ijafa hoga, aane wale time me

    sundar aalekh

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  8. एकदम ठीक कहा

    http://veenakesur.blogspot.com/

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  9. dipakji,
    charchamanch par mera blog laane ke liye aapka bahut bahut dhnyvad

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  10. नमस्कार,
    जन्मदिन की शुभकामनायें हम तक प्रेम, स्नेह में लिपट पर पहुँचीं.
    मित्रों की शुभकामनायें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देतीं हैं.
    आभार

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  11. अमीर देश के गरीब लोग, या गरीब देश के अमीर लोग। समानता के अवसर जब तक पैदा नहीं किए जाएंगे। विकास का स्तर रह जगह बराबर नहीं होगा यही होगा। विस्तार को अपने इलाके में ले जाने के लिए प्रशासन और सियासत तैयार भी तो नहीं है। जाहिर है कि देश की एकता औऱ अखंडता के लिए जरुरी है विकास का चक्र हर जगह घूमे। लोग शिक्षित हों औऱ अपने अधिकार पहचानें।

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