Friday, July 2, 2010

अब इज्जत की खातिर ...>>> संजय कुमार

इज्जत, जिसे बचाने के लिए इन्सान अपनी जान तक न्योछावर कर देता है ! इज्जत जिसके लिए बहुत कुछ करता है ! कभी अपनी इज्जत बचाने के लिए दूसरों को बेइज्जत करता है तो , कभी अपनी इज्जत बचाते बचाते सब कुछ दांव पर लगा देता हैं ! हमने कई बार देखा, सुना और पढ़ा की उसने अपनी इज्जत की खातिर ये कर दिया उसने वो कर दिया ! लेकिन अब देश मैं एक चीज बहुत तेजी से बढ रही है ! और बो है "ऑनर किलिंग " जिसे कई लोग अपनी झूंठी इज्जत के नाम से जोड़ रहे हैं ! आज देश मैं कितने ही मामले दिन बा दिन हमारे सामने आ रहे हैं ! चाहे पंजाब मे खाप पंचायत का फैंसला , चाहे बिहार में, परिवार द्वारा अपनी ही बेटी का क़त्ल या ताजा मामला दिल्ली का जहाँ भाइयों ने मिलकर अपनी ही बहन और बहनोई की बेरहमी से हत्या कर दी ! सिर्फ अपनी इज्जत बचाने के लिए ! बस निरपराध लोगों की जान ले रहे हैं ! सिर्फ अपनी झूंठी इज्जत बचाने के लिए ! क्या वाकई मैं अपनों की जान लेकर हम अपनी इज्जत बचा रहे हैं ! जरा सोचिये ..............

आज कोई अपनी बेटी को जान से मार रहा है ! तो कोई अपने दामाद को जान से मार रहा है !कोई बहन को तो बहनोई को ! अपने परिवार को ही समाप्त कर रहा हैं ! सिर्फ इज्जत की खातिर ! क्या आज इंसानियत पर इस तरह की झूंठी इज्जत भारी पड़ रही है ! जो अपने परिवार के ही लोगों को मौत के घाट उतारना पड़ रहा हैं ! क्या किसी अपने की हत्या कर हम लोग अपनी इज्जत मे चार चाँद लगा लेते है ? क्या अपने ही परिवार के बच्चों का खून बहाकर पूरे देश मे हमारा नाम हो जाता है ! क्या हमें कोई मेडल मिल जाता है ! सिर्फ झूंठी शान और झूंठी इज्जत के लिए यूँ अपनों का खून बहाना , हमारी इज्जत को नहीं बचाता बल्कि, हम इंसानियत के नाम पर धब्बा लगाता हैं !

अब आप ही बताएं, जब अपनों का क़त्ल करने के बाद यह लोग पुलिस से बचते छुपते फिरते हैं तो क्या इज्जत बढ़ जाती है ! क्या हो गया आज के पढ़े-लिखे युवा वर्ग को जो आँख बंद कर इस तरह के घ्रणित कार्य को अपनी इज्जत का नाम देकर कर रहे हैं ! इस तरह की घटना कोई पहली बार नहीं हो रही है ! प्यार के दुश्मन तो पहले भी थे और आज भी हैं ! हम मान सकते हैं पहले शिक्षितों की संख्या कम थी , पहले इस तरह की घटनाएं सामने नहीं आती थी ! किन्तु आज जहाँ देश एक और प्रगति और तरक्की की और अग्रसर है वहीँ इस तरह की घटनाएं हम सबको कहाँ ले जा रहीं हैं ! सोचने बाली बात है जहाँ हमारे यहाँ अब, जब ( लड़का-लड़की ) एक साथ रहने बाला क़ानून भी आ गया तब भी इस तरह की घटनाएँ ! इन सबसे इंसानियत तो शर्मसार होती है ! और देश का नाम भी बदनाम होता है !

नहीं मालूम की, अब इन्सान किस-किस चीज के लिए यूँ अपनों का खून बहायेगा ...............

धन्यवाद

5 comments:

  1. इज्‍जत की खाति‍र खून बहाना क्‍या नई बात है ??? और जि‍स चीज के लि‍ए खून बहाना पड़े वो भला कैसी चीज हो सकती है ????

    ReplyDelete
  2. यह तथाकथित इज्जत .... उफ !

    ReplyDelete
  3. सिर्फ अपनी झूंठी इज्जत बचाने के लिए ! क्या वाकई मैं अपनों की जान लेकर हम अपनी इज्जत बचा रहे हैं...

    inn murderers ki na izzat hoti hai, na koi behen...

    Samaaj par kalank hote hain , aise log.

    ReplyDelete
  4. इस विचार को हवा देनी होगी ।

    ReplyDelete