आज देश में होने वाली हर आतंकवादी घटना के पीछे हमारे देश की राजनीति है ! देश में नक्सलवाद की समस्या के पीछे खादीधारी हैं, देश में बड़े-बड़े घोटाले, भ्रष्टाचार इन सबके पीछे खादीधारी, देश में गरीबी, बेरोजगारी, भुखमरी, कुपोषण, लूट-पाट इन सबके पीछे खादीधारी है , इन खादीधारियों की बदौलत ना जाने कितने युवा आज आतंकवादी बनने को तैयार हैं ! कितने ही ईमानदार अफसर इन लोगों की वजह से बेईमानी करने पर मजबूर होते हैं ! एक साफ़ स्वच्छ छवि का व्यक्ति भी इनकी सोहबत में रहकर दागदार बन जाता हैं ! देश व्यापी आतंकवाद के पीछे सिर्फ और सिर्फ देश का खादीधारी ही जिम्मेदार है ! असली आतंकवादी यही हैं , और इस बात को पूरा देश मानता है !
माना जाता है कि एक भगवाधारी को अपने जीवन में किसी भी सांसारिक चीज का मोह नहीं होता ! ऐशोआराम, रूपए-पैसे का लालच कभी नहीं आता ! ( यह बात सतयुग में सच लगती थी किन्तु कलियुग में नहीं ) उसका काम भटके हुए लोगों को सही रास्ता दिखाना होता है ! जहाँ देश व्यापी स्तर पर खादीधारी देश को लूट रहे हैं , वहीँ आज सामाजिक स्तर पर यह भगवाधारी लूट रहे हैं ! आज देश में आम जनता की कड़ी मेहनत का पैसा इन भगवाधारियों की तिजोरियां भर रहा हैं ! कभी धर्म के नाम पर, आपस में भाइयों को लड़वाकर ! अब तो यह भगवाधारी जिस्मफरोशी के धंधे में उतर गए है ! और समाज को गन्दा और बर्बाद कर रहे हैं ! कई युवाओं को राह से भटकाकर इस धंधे में उतार रहे हैं ! समाज के सबसे बड़े आतंकवादी तो यही हैं ! जो घर- घर में आतंकवाद फैला रहे हैं ! यही भगवाधारी कहते हैं कि आज की राजनीति बहुत गन्दी और भ्रष्ट हैं ! लेकिन स्वयं के कितने गंदे विचार और भ्रष्ट हो चुके हैं ! यह नहीं बताएँगे ! चाहे खादीधारी हो या भगवाधारी , दोनों अपने अपने तरीके से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं ! देश के सबसे बड़े आतंकवादी यही हैं ..............
एक आतंकवादी जब कहीं विस्फोट करता है तो एक बार में ही इन्सान की जान ले लेता है ! किन्तु देश के भगवाधारियों और खादीधारियों द्वारा फैलाये आतंकवाद से आज का
इन्सान रोज मरता है !
धन्यवाद
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति के प्रति मेरे भावों का समन्वय
कल (30/8/2010) के चर्चा मंच पर देखियेगा
और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com
bahut badhiya...vichaarniy post.
ReplyDeletekafi had tak sach hai Sanjay ji...
ReplyDeleteएक ही उपाय है-हमारी जागरूकता।
ReplyDeleteभैया .... आपने भगवाधारियों कि एक और परिभाषा दी है............
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