Tuesday, February 5, 2013

कौन कहता है कि , मेंहगाई है ...... गौर फरमाइये सब कुछ मुफ्त है .....>>> संजय कुमार

माना हमने कि , मेंहगाई ने एक आम आदमी की कमर ही तोड़ दी हो ....... फिर भी बाम मलिए और काम पर चलिए ! माना हमने कि , डीजल- पेट्रोल मँहगा है ..... अजी साईकल चलाइए सेहत बनाइये ........ माना जमीन - फ्लैट्स के दाम आसमान छू रहे हैं  ..... फिर भी अपने दिलों में कम से कम अपनों के लिए तो घर बनाइये ..... माना हमने कि , बंगला और गाड़ी भले ही पैसे से आयें , लेकिन जिंदगी की जो अनमोल और मुफ्त की चीजें हैं उन्हें तो इस भीड़-भाड़ भरी दुनिया में ना खोने दें ! प्रेम, हंसी , संस्कार , अपनापन , जादू की झप्पी , जरा गौर फरमाइए सब कुछ आपके लिए मुफ्त ही तो है ! क्या आप अपने दिल पर हाँथ रखकर सच बोलेंगे की आपके जीवन में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण क्या है ...? जीवन को ख़ुशी देने वाला सबसे अनमोल और आनंददायी क्या है ...? आप कहेंगे हमें हंसी सबसे प्यारी है ! आप कहेंगे की हमें दोस्ती सबसे प्यारी है ! आप कहेंगे बच्चों की ख़ुशी से बढकर हमारे लिए कुछ नहीं ! आप कहेंगे जब जीवन में अपनों का साथ होता है , उनके साथ गुजारा वक़्त हमारे लिए जीवन की सबसे बड़ी ख़ुशी होती है ! अपनी और अपनों की पुरानी  तस्वीरें देखकर मन का खुश होना ! समंदर के किनारे अपने जीवनसाथी के हांथों में हाँथ डालकर साथ - साथ चलना ! एक हंसी पर हजारों मर मिटने वाले भी देखे हैं ! दोस्तों की सफलता पर खुश होते देखा है ! और ये सब कहीं से खरीदा नहीं जाता ये सब हमारे लिए मुफ्त है ! " प्रकृति "की गोद में सिर रखकर सोने में बड़ा ही आनंद आता है ! प्रकृति द्वारा दिए गए बेशकीमती उपहार हमारे लिए मुफ्त हैं ! चिड़ियों की चह- चहाहट , कोयल की कुहू भी मन को ख़ुशी देती है ! बसंत की हवाएं मन को प्रफुल्लित कर देती हैं ! बारिस की बूँदें मन को गुदगुदा जाती हैं ! ऐसे पल ऐसी  खुशियाँ हमारे जीवन में क्या मायने रखती हैं , हम जानते हैं ! इन्हीं को कहते हैं अनमोल खुशियाँ  जिनके लिए हमें एक पाई का भी भुगतान नहीं करना पड़ता , सब कुछ मुफ्त में ही मिलता है ! जब हम दुखी होते हैं तो बड़ों का प्यार से सिर पर हाँथ रख देना ही बहुत बड़ी ख़ुशी होती है ! मन को खुश करने के लिए संगीत भी हमें ख़ुशी देता है !  
हम आज भले ही पैसे के पीछे अंधे होकर दौड़ रहे हों ..... पैसे को  खुशियों का नाम दे रहे हों फिर भी पैसा आपको बनावटी खुशियाँ ही देगा ! जब हमारे जीवन में जटिल समय आता है , हम चारों ओर मुसीबत और परेशानियों से घिरे होते हैं तो यहीं चीजें हमें सहारा देती हैं और कहीं ना कहीं हम इन परेशानियों से उबर  पाते हैं उनसे लड़ने की ताकत हमारे अन्दर आती है ! जब हम तनावपूर्ण स्थिति में होते हैं तो ऐसे समय में हमें इन चीजों की अधिक आवश्यकता होती है ! खुशियाँ आपके आस-पास ही हैं बस उन पर थोडा सा गौर फरमाइये ! इस कलियुगी दुनिया में कोई भी आपका साथ दे या ना दे किन्तु प्रकृति हमेशा आपके साथ है ! जरुरत है तो बस इतनी सी कि , आप भी इन अनमोल और मुफ्त की चीजों को अपना समय , अपनापन , प्रेम और सम्मान दीजिये ! सच कहता हूँ आपके लाखों- करोड़ों एक तरफ और ये मुफ्त की अनमोल खुशियाँ एक तरफ ! 
शायद आज हम सभी को इन खुशियों की दरकार है ! इस मेंहगाई की दुनिया में , रूपए - पैसे की दुनिया में , खुशियाँ हमें मुफ्त की चीजों से ही मिलती हैं !

धन्यवाद    

6 comments:

  1. अच्छा ही है मुस्कराहटों पर टैक्स नहीं लगा है।

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  2. प्रकृति द्वारा दिए गए बेशकीमती उपहार हमारे लिए मुफ्त हैं ! जबकि पैसा आपको बनावटी खुशियाँ ही देगा !

    RECENT POST बदनसीबी,

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  3. मुफ्त वाले नुस्खे ही काम के हैं. सुंदर आलेख.

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  4. बहुत खूब . सुन्दर प्रस्तुति .आभार आपका
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