Friday, March 4, 2011

भ्रष्टाचारियों अब डरो नहीं ! कर रहा हूँ आह्वान तुम्हारा ..... ( व्यंग्य ) .... >>> संजय कुमार

आजकल हमारे देश में चारों तरफ जहाँ देखो वहां सिर्फ भ्रष्टाचार और घोटाले ही छाये हुए हैं ! सुबह सुबह जब अखबार खोलकर देखो तो एक नया घोटाला , टेलीविजन पर न्यूज़ में हर वक्त घोटाला और भ्रष्टाचार इसके अलावा कुछ नहीं ! आजकल जितना कुछ भ्रष्टाचारियों को सहना और सुनना पड़ रहा है शायद ही किसी और को इतना सहना और सुनना पड़ रहा हो ! आज हर जगह उनको बुरी नज़र से देखा जा रहा है ! कोई भी कभी भी उनसे कुछ भी पूंछने लगता है ! जब देखो तब उनको बिना बात के परेशान किया जाता है ! भ्रष्टाचारी थक गए हैं जबाब देते देते ! आज भ्रष्टाचारियों की हालत देखकर मेरा मन दुखी हो जाता है ! जब मैं उनकी दुःख तकलीफ को देखता हूँ तो मुझे बहुत बुरा लगता है मुझसे रहा नहीं जाता ! क्यों उनके साथ बुरा व्यव्हार हो रहा है ? अब मैंने ठान लिया है कि मैं इन भ्रष्टाचारियों और घोटालेबाजों के लिए कुछ करूँ , उनके मान - सम्मान के लिए कुछ करूँ , उनके लिए भी तो कोई होना चाहिए आखिर वह भी तो इंसान ही हैं ! तो सोचा क्यों ना मैं एक नई पार्टी का गठन करूँ, जिसमें सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचारी और घोटालेबाज ही पार्टी कार्यकर्ता और सदस्य के रूप में होंगे ! जब मेरी पार्टी बन जायेगी तो सबसे पहले मैं अपनी पार्टी का नामकरण संस्कार करूंगा और उसका नाम रखूंगा " भारतीय महा भ्रष्टाचारी पार्टी " सबसे पहले मैं आह्वान करूंगा देश के सभी भ्रष्टाचारियों का कि आइये अब आप अपनी असली पार्टी में जुड़िये जहाँ आपको मिलेगा मान -सम्मान, ऊंचा रुतबा और बहुत कुछ ! जब हमारी पार्टी सरकार में आ जाएगी तब हम संसद में एक ऐसा विधेयक पास करवाएंगे जहाँ भ्रष्टाचारियों के हितों का पूरा - पूरा ध्यान रखा जाएगा ! सबसे पहले विधेयक में यह पास किया जाएगा कि कोई भी खासकर " तुच्छ " आम जनता किसी भ्रष्टाचारी को भ्रष्टाचारी नहीं कहेगा ( क्योंकि हम अंधे को अँधा और बहरे को बहरा नहीं कहते ) और यदि कोई कहते हुए पकड़ा गया तो उसको कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान भी रखा जाएगा ! देश के समस्त भ्रष्टाचारियों का नाम मान - सम्मान और आदर के साथ लिया जायेगा ! अब ऐसा बिलकुल नहीं होगा की किसी भी " राजा - महाराजा " को छोटे-मोटे घोटाले के लिए जेल भेज दिया जाए , अल्माड़ी-कलमाड़ी से किसी भी तरह की कोई पूंछताछ नहीं कर सकता ! वो तो महान हैं पार्टी में तो उनको एक विशेष पद दिया जायेगा ! बल्कि जो भ्रष्टाचार और घोटाले की बात करेगा उसको जेल में भेजा जाएगा ! जो हमारे यहाँ बर्षों से हो रहा है उसी परम्परा को हम यथावत जारी रखेंगे ! जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी उसको छोटे - मोटे भ्रष्टाचारी से कहीं ज्यादा और बेहतर सुविधाएँ और ऐशोआराम ! पार्टी से निष्कासन , हथकड़ी , जेल और सलाखें तो बिलकुल भी नहीं क्योंकि विधेयक में यह भी पास किया जाएगा कि " भ्रष्टाचार करना हमारा सात जन्मों का नहीं जन्म - जन्मान्तर का अधिकार है " और इस अधिकार को हम हर कीमत पर पूरा करेंगे " फिर चाहे हमें अपने देश को ही क्यों ना बेचना पड़े ! जो जितना बड़ा घोटाला या भ्रष्टाचार करेगा उसको देश के सर्वोच्य पदों पर बैठाया जाएगा ! एक विशेष बात ..... जिस तरह देश में बड़े - बड़े साधू-संत और महात्मा धर्म , प्रेम और ज्ञान कि गंगा दिन-प्रतिदिन बहाते रहते हैं ठीक उसी प्रकार बड़े -बड़े भ्रष्टाचारी और घोटालेबाजों के लिए भी बड़े -बड़े आयोजन किये जायेंगे जहाँ पर सिर्फ और सिर्फ लूट-खसोट , चोरी-डकैती , बेईमानी , घूसखोरी , घोटाले आदि कैसे किये गए ? और आगे कैसे करना है ? और उनसे कैसे साफ -साफ बचके निकलना है ? यह गंगा बहाई जायेगी जिससे लोगों का उद्धार हो या स्वर्ग सिधार हो , होगा ! हर बर्ष भ्रष्टाचारियों को बड़े-बड़े अवार्डों से सुशोभित और अलंकृत किया जाएगा ! पार्टी में भ्रष्टाचारियों की कोई उम्र सीमा नहीं होगी ! भले ही आपके पैर कब्र में लटक रहे हों आप मरते मरते भी भ्रष्टाचार और घोटाला कर सकते हैं ! हम पूरी कोशिश करेंगे की हर भ्रष्टाचारी और घोटालेबाजों को पूरी तरह न्याय और मान-सम्मान मिले !

क्या आप मेरी " भारतीय महा भ्रष्टाचारी पार्टी " में शामिल होंगे ? मैं आपको विश्वाश दिलाता हूँ आपको मेरी पार्टी में अन्य पार्टियों कि अपेक्षा अनेक सुख -सुविधाएँ और मान - सम्मान मिलेगा और एक बार मेरी पार्टी में आने के बाद आपको कोई दल-बदलू भी नहीं कहेगा ! तो आप तैयार है ...... आपका स्वागत ... वंदन .... चन्दन ..... कुंदन .... और ... अभिनन्दन है .................


धन्यवाद

11 comments:

  1. क्या आप मेरी " भारतीय महा भ्रष्टाचारी पार्टी " में शामिल होंगे ?

    हाँ हाँ... क्यों नहीं!!!!! :-) :-) :-)

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  2. सही है, आखिर इनके पक्ष में भी आवाज उठाने वाला कोई तो चाहिये । आप मुझे भी अपने साथ ही समझिये...

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  3. सही बात है, सब मिलकर पार्टी ही बना लें और नीति बना कर लूटें।

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  4. वाह ! बहुत सामयिक व्यंग लेख

    भैया अब कुछ न कुछ तो सोचना पड़ेगा ही -पार्टी के बारे में !

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  5. हाँ जी आपने एक सही मार्ग का चुनाव किया है ..इनकी तरफदारी करने वाला भी तो कोई होना चाहिए

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  6. बहुत सुन्दर | आपकी हर पोस्ट पढ़ कर बहुत अच्छा लगा |
    आप मेरे ब्लॉग पे भी आइये आपको अपने पसंद की कुछ रचनाये मिलेंगी
    दिनेश पारीक
    http://vangaydinesh.blogspot.com/

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  7. चुनाव से पहले भ्रष्टाचारियों ली सेवा तो होनी ही चाहिए ......



    haan kitabein kam bdha kijiye hamein dekh jalan hoti hai .....

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  8. अरे!!!! आप तो पार्टी में शामिल होने की बात कर रहे हैं हम तो पहले से ही उसके सदस्य हैं तभी तो उसे इतना बल मिल रहा है

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  9. फिर तो लगभग पूरी जनता की ही पार्टी बन जायेगी\ बहुत बडःइया व्यंग। शुभकामनायें।

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  10. सटीक लेख. सच्चाई को खुलकर कहने वाला भी तो चाहिए. शुभकामना

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  11. पोस्ट पढ़ कर बहुत अच्छा लगा |

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