ब्लोगर साथियों आज मैंने क्या लिखा क्या नहीं ? मुझे खुद नहीं पता , बस फ़ालतू था यूँ ही लिख दिया
अब नाराज ना होना ! कुछ तो भी लिखा है , हंसी मजाक में ही सही बस पढ़ लीजिये ..........
अब जल्द चढ़ेगा युवाओं पर
प्रेम का बुखार
आने बाला है , सोनी टी व्ही पर
छज्जे छज्जे का प्यार !
मंहगाई के इस दौर में
ना छत बन रही ,
ना बन रहा कोई छज्जा !
इन्टरनेट , मोबइल पर
आज चढ़ता प्रेम परवान
फिर कैसे संभव
छज्जे छज्जे का प्यार !
इस मंहगाई की मार से
पल पल पर होती
हमारी सरकार बीमार
मंहगाई का ना इलाज है ना उपचार !
आधुनिक दुनिया में
हुआ प्रेम का ये कैसा व्यापार
लैला को महिवाल से , तो कहीं
मजनू को सोहनी से प्यार
अब बताओ कैसे संभव
छज्जे छज्जे का प्यार !
जहाँ दिलों में भरी हुई है
अपनों के लिए नफरत
वो कैसे करेगा किसी और से प्यार
आप ही बताएं
क्या सफल होगा ?
छज्जे छज्जे का प्यार !
धन्यवाद
न छतें, न छतों वाला प्यार।
ReplyDeleteछ्तों वाला प्यार..........हा हा हा....
ReplyDelete:) :) बहुत बढ़िया ..
ReplyDeleteक्या सफल होगा ?
ReplyDeleteछज्जे छज्जे का प्यार !
बहुत बढ़िया|
छ्तों वाला प्यार ! बहुत बढ़िया.... . ....
ReplyDeleteसही बात है छज्जे छज्जे के प्यार के लिये भी तो वक्त और अन्य नियम व शर्तें लागू होते ही हैं, शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव की तरह।
ReplyDeleteहा हा हा बहुत बढिया संजय जी। शह्रों के तो छज्जे बहुत हैं हर सोसाईटी के फ्लैट्स मे कमरे चाहे छोटे हों मगर छज्जे जरूर हैं। बेहतरीन व्यंग। शुभकामनायें।
ReplyDeleteसंजय जी ,
ReplyDeleteमुझे उम्मीद है छज्जे का प्यार जरूर सफल होगा.
टी.वी.,कंप्यूटर और मोबाइल के होते हुए जो प्यार छज्जे पर आ जाए वो सफल तो होगा ही.
सलाम.
छज्जे छज्जे का प्यार। किरायेदार का छोरा और मालिक मकान की छोरी।
ReplyDeleteसोनी टीवी ने इसके इतने प्रोमो दिखा दिए हैं कि अब कोई भी मालिक मकान अपने किरायेदार को शक की नजर से देखने लगेगा।
kya ye ghatiya aur sade dimaag wale T.V. director aur producer ke gobar bhare dimaag ki koi nai upaj hai???? :P
ReplyDeleteachchha mara.
बहुत बढिया संजय जी।
ReplyDeleteछज्जे छज्जे का प्यार।
आपके लेखन ने इसे जानदार और शानदार बना दिया है....
पुराना स्टाइल है
ReplyDeleteछज्जे छज्जे का प्यार....
ReplyDeleteवाह..क्या खूब ...
ab is chhjje ke pyar ke bare me kya kha jaye,
ReplyDeleteachchha laga padkar.
बिलकुल सही .... पता नहीं सफल होगा या नहीं ... छज्जे छज्जे का प्यार :)
ReplyDeleteछज्जा और छत तो मिल सकती है पर समय का क्या ???
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा आपके विचार पढ़ के बहुत ही संदर है आपकी हर पोस्ट कभी आप मेरे ब्लॉग पे भी आईये
ReplyDeleteदिनेश पारीक
http://vangaydinesh.blogspot.com/
होली की अपार शुभ कामनाएं...बहुत ही सुन्दर ब्लॉग है आपका....मनभावन रंगों से सजा...
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