Thursday, February 3, 2011

" मुंगेरीलाल " का हसीन सपना ..... ( व्यंग्य ) ....>>> संजय कुमार

आज बहुत दिनों बाद हमारे प्यारे " मुंगेरीलाल जी " ने एक सपना देखा है ! हालांकि सपने तो वो रोज देखते हैं ! किन्तु इस इस बार " मुंगेरीलाल " ने एक हसीन सपना देखा है ! वो भी दिन में , अक्सर कहा जाता है दिन में देखे गये सपने अधिकतर सच होते हैं ! उन्होंने अपने सपने में देखा, उनके चारों ओर पैसा ही पैसा है अब वह गरीब नहीं है !( ये सपना तो हर कोई देख रहा है ) उनके साथ -साथ अब कोई गरीब नहीं है ! महगाई भी अब (-) में आ गई है ! जिस तरह दिन-प्रतिदिन " संवेदी-सूचकांक " नीचे आ रहा है ! अब लोगों को १ किलो आलू खरीदने के साथ ५ किलो प्याज मुफ्त मिल रही है ! ( अच्छा ख़ासा मजाक है ) पट्रोल भी अब बहुत सस्ता हो गया है ! पेट्रोल अब पानी की तरह मिल रहा है वह भी बाल्टी भर-भर कर , इतना सस्ता की गरीब पानी की जगह पेट्रोल मांग रहा है ! फिर भले ही इस देश में " पानी मंहगा सस्ता खून " हो ! आज का युवा अब बेरोजगार नहीं है ! उसके पास ढेर सारा काम है ! आज का युवा नशे से कोसों दूर और संस्कारों से सरावोर है ! अब राजनीति और नेता भ्रष्ट नहीं है !अब राजनीति में जातिवाद और भाई-भतीजावाद नहीं है सभी को समान द्रष्टि से देखा जा रहा है ! अब ना ही आरक्षण है और ना ही आरक्षण का मुद्दा ! अब गरीब को दर-दर की ठोकर नहीं खाना पड़ती और ना ही ठण्ड में अपने प्राण गंवाने पड़ते हैं ! अब सबके सिर पर छत है ! अब देश में चारों ओर हरियाली और खुशहाली का वातावरण है ! अब देश में सोने की चिड़िया फिर से चहचहाने लगीं है ! आतंकवाद का तो दूर-दूर तक नाम नहीं हैं ! हिदू-मुस्लिम-सिख -ईसाई , सब भाई-भाई , अब यह सिर्फ एक जुमला नहीं बल्कि सच है ! " मुंगेरीलाल " एक ऐसी दुनिया में जा चुका था जहाँ सिर्फ अच्छा ही अच्छा था ! हर कोई अपनी मस्ती में चूर , गम का दूर दूर तक कोई नामोनिशान ना था ! अब कहीं लफड़े -झगडे नहीं , चोरी -चकारी , लूट खसोट नहीं ! अब प्रेमी-प्रेमिकाओं का प्रेम परवान चढ़ रहा है ! अब लैला - मंजनू , हीर -रांझा जुदा नहीं होते ! आज ना रावण है और ना कंस हर तरफ राम और श्याम हैं !

जब "मुंगेरीलाल " ने मुझे अपने इस सपने के बारे में बताया तो मुझे समझ नहीं आया की मैं उसे क्या जबाब दूं इस तरह का सपना सुनकर मैं दंग रह गया ! कुछ सोचविचार कर मैंने कहा " अरे मुंगेरीलाल तुम किस दुनिया में खोये हुए हो जागो जागो अब ज़माना बदल गया है ! अब इस तरह के सपने देखना छोड़ दो ! क्या कभी किसी के सपने पूरे हुए हैं आज तक जो तुम्हारा सपना पूरा होगा ! " अरे भाई सपने तो सपने होते हैं फिर सपने चाहे दिन में देखो या रात में वो पूरे नहीं होते ! अगर सपने पूरे होते तो आज "आडवानीजी " देश के प्रधानमंत्री होते ! आज बिहार में लालू की लालटेन भी जल गयी होती ! "सौरभ दादा " IPL में चुने गए होते ! कश्मीर पाकिस्तान का हो गया होता ! आज सलमान और विवेक की " ऐश " होती ! अरे कहाँ इन ख्यालों में खोये हुए हो ! इस तरह के सपने देखना अब आम जनता के लिए दंडनीय अपराध घोषित कर दिए जायेंगे ! तुम तो जानते हो हम आम इंसानों को पहले बड़े-बड़े सपने दिखाए जाते हैं, और फिर प्यार से उन्हें तोड़ दिया जाता है, या फिर उनके पूरे होने के कोई चांस नहीं होते ! जहाँ सरकार और मंत्री , चुनाव के पहले आम जनता से बड़े-बड़े वादे करते हैं सुनहरे सपने दिखाते हैं और फिर बही हमारे सपनों को तोड़कर चकनाचूर कर देते हैं ! माना कुछ लोग अपने सपने पूरे कर लेते हैं " रतन टाटा " ने नैनो के रूप में अपना सपना साकार किया लेकिन सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ाकर गरीब का सपना तोड़ दिया ! अब गरीब कार तो क्या मोटर सायकल भी नहीं चला पा रहा ! माना सचिन ने २०० का सपना देखा और पूरा कर लिया , अरे भाई " " WORLD-CUP " तो अभी सपना ही है ! ( काश इस बार ये सपना सच हो जाए , सचिन के साथ पूरा देश इस सपने को देख रहा है ) अब सपने कहाँ पूरे होते हैं ! खासकर आम जनता जिसमें गरीब ,बेरोजगार , मजदूर को तो आज सपना देखने का भी हक नहीं है !

सपने भी कई तरह के होते हैं ! जो सपने देखते हैं उनके पूरे नहीं होते जो नहीं देखते उनके पूरे भी हो जाते हैं ! उदाहरण तो कई है , जिन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा उनको सब कुछ बिना सपना देखे मिल गया ! " प्रधानमंत्री " की कुर्सी , बिन मांगे " ऐश " सोएब को सानिया " ओबामा को व्हाइट हॉउस और भी लम्बी फेहरिस्त है !

अगर आपका भी कोई सपना पूरा हुआ हो तो अवश्य बताएं ..........

धन्यवाद


14 comments:

  1. भाई वाह क्या सपने देखे हैं मुंगेरी लाल ने .....काश उसके सब सपने सच हो जाते ......

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  2. मैंने आज सुबह एक सपना देखा मै एक अच्छा व्यंग्य पढ़ रहा हूँ वह तो सत्य हो गया !!!

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  3. काश...कि यह सब सच हो पाता..मगर ऐसा बिल्कुल भी नहीं होगा...बिल्कुल सपनों-सी बातें हैं फिर भी आंखे हैं तो सपनों का रहना जरूरी है...
    बहुत अच्छा लिखा है...बधाई

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  4. " मुंगेरीलाल " का हसीन सपना......बहुत अच्छा लिखा है..

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  5. मेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत है

    "गौ माता की करूँ पुकार सुनिए और कम से ....." देखियेगा और अपने अनुपम विचारों से

    हमारा मार्गदर्शन करें.

    आप भी सादर आमंत्रित हैं,

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  6. इस तरह के सपने देखने वालों का मुंगेरीलाल ही कहा जाता है।

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  7. सच हो जाए यह सपना
    है यही अपना भी सपना।

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  8. बहुत खूब ...
    सपने तो सपने होते है ! परंतु पेट्रोल अगर बाल्टी भर भर के मिले ,पानी की तरह तो बात बन जाये .....

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  9. मुंगेरी लाल के लिए सबकुछ संभव है ....सुन्दर पोस्ट

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  10. काश यह सपना सच हो पाता..

    मनमोहक लेख .

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  11. बहुत खूब.........बहुत अच्छा लिखा है..

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