Saturday, May 14, 2011

" जल ही जीवन हैं " इसे बचा लीजिये ..... >>> संजय कुमार



इंसान को जीने के लिए क्या चाहिए ? रोटी -कपड़ा- मकान या और कुछ , रोटी खाने से इंसान जिन्दा रहता है ! कपड़े इंसान का तन ढंकते है ! और मकान इंसान को रहने के लिए ! आज तक हम सिर्फ इन तीनों चीजों के लिए जीते आये हैं , और आज भी इसी के लिए जी रहे हैं और भविष्य में भी इन्हीं चीजों के लिए काम करते रहेंगे ! अगर जीने के लिए सिर्फ यही हैं तो फिर ओक्सिजन किस काम आती है ? जल का क्या महत्त्व है ? हम लोगों ने तो पेड़ लगाना कब का छोड़ दिया , जंगलों को धीरे-धीरे हम अपने हांथों से नष्ट करते जा रहे हैं ! जब जंगल नहीं रहेंगे तो ओक्सिजन कैसे मिलेगी ! ओक्सिजन जब तक मिलती रहेगी तब तक इंसान का जीवन चलता रहेगा ! ऑक्सीजन के अलावा जल इंसान के लिए दूसरा सबसे महत्वपूर्ण साधन है ! आज पीने योग्य जल कितना बचा है ? आज पीने योग्य जल के कितने भण्डार है ? आज धरती का सीना चीरकर हमने सारा जल निकाल लिया है और स्थिती अब ये है कि, जैसे ही फरवरी - मार्च का महीना आता है , देश के बहुत से राज्यों में जल की एक- एक बूँद के लिए त्राहि-त्राहि करते हुए लोगों को देखा जा सकता है ! एक - एक बूँद के लिए आम जनता को संघर्ष करते देखा जा सकता है ! एक-एक बूँद के लिए भाइयों को आपस में लड़ते देखा जा सकता है ! पानी के लिए आज पडोसी दुश्मन तक बन जाते हैं ! आज भले ही सरकार पानी के नाम पर करोड़ों रूपए खर्च करने का दावा करती हो किन्तु आज भी आम जनता के कंठ सूखे हुए हैं ! हम तो बर्षों से यही सुनते आये थे , पढ़ते आये थे कि, " जल ही जीवन है " अगर जल ही जीवन है तो फिर आज कहाँ है हमारा जीवन ? आप अपना जीवन बचालो यूँ बर्बाद ना करो ये आपका जीवन है और अपने जीवन को व्यर्थ में बर्बाद ना करें ! ये जल हम सबका जीवन है ! आज हम लोग जल का उपयोग कम और दुरूपयोग ज्यादा कर रहे हैं ! आज कई जगह जल सड़कों पर यूँ ही बहता रहता है ! कई बार हम स्वयं जल का अपव्यय करते हैं ! आप सोचिये अगर जल ना रहा तो क्या होगा ? क्या आप जल के बिना रहने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं ! जल की अहमियत को समझो ! जल का महत्व आप आज भले ही ना समझ रहे हों ! पूँछिये उन सूखे खेत- खलिहानों से जो आज एक - एक बूँद के प्यासे हैं ! पूँछिये उन घने वन जंगलों से जो सिर्फ आज जल के ही कारण जीवित हैं ! जल का महत्व तो इतना है कि , लोग जल की पूजा करते हैं ! आप भी समझें जल की अहमियत! आज जिस तरह दिन - प्रतिदिन इंसान का स्तर गिर रहा है ठीक उसी तरह जल का भी स्तर कई वर्षों से लगातार गिर रहा है ! इसके पीछे हम सब जिम्मेदार हैं ! अगर जल ना रहा तो मिट जायेंगे वो पावन नाम जिन्हें आप गंगा, जमुना, सरस्वती आदि के नाम से जानते हैं ! जल नहीं रहा तो कैसे इंसान अपने तन की गंदगी दूर करेगा ! आज इंसान जल के लिए इंसान के खून का प्यासा तक हो जाता है ! सड़कों पर अपना और अपनों का खून तक बहा देता है ! जल का महत्त्व इतना है कि , जल प्रतिदिन इश्वर के चरणों से लेकर मृत देह तक में उपयोग होता है ! आप जल को बर्बाद होते देख रहे हैं फिर भी कुछ नहीं कर रहे हैं ! जल को बचाने का वादा तो सब करते हैं ! किन्तु वादा करके भूल जाते हैं ! जल की एक -एक बूँद अमृत के सामान हैं ! अपने अमृत को यूँ बर्बाद न करो अपने जीवन को यूँ बर्बाद ना करो !

मैं आप सभी आमजन से गुजारिश करता हूँ ! आप सभी आमजन से मैं ये वादा चाहता हूँ ! आप सब मिलकर आगे आयें और जल को बर्बाद होने से बचाएं ! क्योंकि " जल ही जीवन हैं "

धन्यवाद

10 comments:

  1. जल ही जीवन हैं
    बहुत सुन्दर

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  2. जल बचाना ही होगा, बंगलोर में एक साक्षात्कार हुआ जल से, शीघ्र लिखूँगा।

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  3. जल को बचाना ही होगा वर्ना आने वाले समय में स्थिति भयावह हो जाएगी...

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  4. उत्तम संदेश!!!

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  5. सुन्दर सन्देश देती हुई शानदार प्रस्तुती!

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  6. जल बचाना ही होगा जल ही जीवन हैं
    ...सुन्दर सन्देश शानदार प्रस्तुती.......संजय जी

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  7. जल ही जीवन हैं |
    सुन्दर नजरिया ज्ञानवर्धक पोस्ट |

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  8. "आज जिस तरह दिन - प्रतिदिन इंसान का स्तर गिर रहा है ठीक उसी तरह जल का भी स्तर कई वर्षों से लगातार गिर रहा है !"

    बहुत ही बढ़िया सन्देश दिया है आपने.
    आभार.

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