कौन कहता है, कि हम हैं अकेले
ये वहती नदियाँ, ये ठहरे पर्वत, हैं किसके ?
ये जमीं ये आसमान , ये चलती पवन, हैं किसके ?
ये वहता झरना, चिड़ियों की चहचहाहट ,
ये ऊंचे दरख़्त, गहरी खाइयाँ , है किसके ?
सूरज कि तपिश, शीतलता चन्द्रमा की,
ये टिमटिमाते तारे, ये सारा ब्रह्माण्ड, हैं किसके ?
ये मिट्टी की सौंधी खुशबु , ये बारिस की बूँदें , हैं किसके ?
ये माँ का आंचल ,पिता का प्यार,
भाई बहन का अपनापन , ये सारा संसार,
अपनों का साथ , दोस्ती और विश्वाश,
सुख-दुःख , खुशियाँ और गम , हैं किसके ?
ये अपना मजहब, जाति और धर्म
नफरत की दीवार, ये सरहदें , हैं किसके ?
ये ऊंचे शिवालय , गगनचुम्बी मस्जिदें , हैं किसके ?
ये पल-पल पर होता संघर्ष, ऊंची उठती आवाज , हैं किसके ?
ये सात सुरों की सरगम , इन्द्रधनुष के रंग सात, हैं किसके ?
अब ना कहना की हम हैं अकेले ............
जरा नजरें उठाकर अपने आस-पास देखें तो लगता सब कुछ है अपना, नहीं कोई यहाँ पराया ! आज के वातावरण में हर किसी को लगता है की , नहीं है कोई हमारा, हम इस चकाचौंध भरी दुनिया में हैं बिलकुल अकेले ! आप सिर्फ अपने दिल की सुने, और दिल कभी भी झूठ नहीं बोलता ............
धन्यबाद
ये पल-पल पर होता संघर्ष, ऊंची उठती आवाज , हैं किसके ?
ReplyDeleteये सात सुरों की सरगम , इन्द्रधनुष के रंग सात, हैं किसके ?
Sach hai...duniyame achha bura sab kuchh sabhika hai!
:) roshni ki raah dikhati hai kavita.
ReplyDeleteसंजय चौरसिया जी
ReplyDeleteनमस्कार !
क्या बात है.....बहुत खूब
तारीफ के लिए हर शब्द छोटा है - बेमिशाल प्रस्तुति - आभार.
ReplyDeleteकविता के माध्यम से बहुत ही गहरे प्रश्न किये ...संजय भाई
ReplyDeleteसब कुछ अपना और हम सबके ---सुंदर विचार...
ReplyDeleteसुन्दर, भावपूर्ण कविता।
ReplyDelete... bahut khoob ... shaandaar abhivyakti !!!
ReplyDeleteसंजयजी बहुत सुन्दर
ReplyDeleteमेरी पोस्ट "जानिए पासपोर्ट बनवाने के लिए हर जरूरी बात" देखियेगा और अपने अनुपम विचारों से हमारा मार्गदर्शन करें.
ReplyDeleteआप भी सादर आमंत्रित हैं,
http://sawaisinghrajprohit.blogspot.com पर आकर
हमारा हौसला बढाऐ और हमें भी धन्य करें .......आपका अपना सवाई
बहुत सुन्दर! बेहतरीन!
ReplyDelete@-ये सात सुरों की सरगम , इन्द्रधनुष के रंग सात, हैं किसके...
ReplyDeleteहर प्रश्न में एक बेहतरीन उत्तर भी दिया है आपने।
आभार।
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संजय कुमार चौरसिया जी
ReplyDeleteआपकी प्रस्तुति लाजबाब है ...शुक्रिया