हमारे देश के दुश्मन बहुत भाग्यशाली हैं उन्हें हमसे लड़ने के लिए अपने ना तो आदमी भेजने पड़ते हैं और ना ही हथियार क्योंकि इनके बिना भी बह अपना काम निकाल लेते हैं ! और अपने मंसूबों में हर बार सफल हो जाते हैं ! देश का दुश्मन अब दूसरों के कन्धों पर अपनी बन्दूक रख कर चला रहा है ! ये बात अलग है कि २६/११ आतंकवादी हमले का एक मुख्य जिन्दा आरोपी " अजमल कसाब " पाकिस्तान का है जो आजकल हमारे यहाँ मेहमानों की तरह रह रहा है ! वर्ना आतंकवादी घटनाएँ तो बहुत हुई हैं किन्तु कितने पकडे गए हैं ये अलग बात है ! अगर हमारा दुश्मन कायर और डरपोंक है तो हमें उससे चार गुना और उससे कहीं ज्यादा चौकन्ना रहना चाहिए क्योंकि ऐसा दुश्मन धोखेबाज होता है , और वो सामने से कभी भी वार नहीं करता बल्कि पीठ पीछे वार करता है ! क्योंकि उसे मालूम है कि कहीं आमना - सामना हो गया तो उसका हश्र बहुत बुरा होगा ! अगर पीठ पीछे वार नहीं करेगा तो फिर हमारी कमजोरियों को अपनी ताक़त बनाएगा और हमारे खिलाफ हमारे सामने खड़ा कर देगा और कमजोरियां तो हर जगह होती हैं ! अगर ना होती तो १३.०७.२०११ जैसे हादसे ना होते ! संसद पर हमला ना होता, जितनी आतंकवादी घटनाएँ हुई हैं ना होती ! हमारे देश में देश के साथ गद्दारी और दगाबाजी करने वालों की कमी नहीं है ! ऐसे कई लोग आज भी इस देश में रह रहे हैं जो देश में रहकर अपनी रोजी रोटी चला रहे हैं अपने बच्चों का पेट भर रहे हैं तालीम हांसिल कर रहे हैं किन्तु अपना ईमान दुश्मन देश के हांथों बेच चुके हैं इसका जीता जागता उदाहरण " इन्डियन मुजाहिदीन " हैं ! इस देश में रहकर अपने ही लोगों को , निर्दोष लोगों को मार रहे हैं और ऐसा करने में उन्हें जरा भी संकोच नहीं होता ! दुश्मन तो हमारा बुरा चाहता ही है और वो हर संभव कोशिश करेगा हमें मिटाने की , कभी धर्म के नाम पर तो कभी " कश्मीर " के ना पर हमारा इस्तेमाल कर हमारे अपनों को हमारे हांथों ही मरवायेगा ! बेरोजगार युवाओं को बरगला कर , पैसे का लालच देकर जाति, धर्म का वास्ता देकर हमारे खिलाफ तैयार करेगा और एक दिन यही लोग इस देश में इसी तरह मासूम और निर्दोषों की हत्या करते रहेंगे ! हमारे देश का दुश्मन बहुत भाग्यशाली है जो कुटिल रणनीति से हर बार जीत रहा है और हम हर बार उसके वार ( आतंकवाद ) से आहात होते हैं ! ये उनकी खुशनसीबी है या हमारी बदकिस्मती !
धन्यवाद
सभी के सभी आनन्द में रह रहे हैं।
ReplyDeletebahut aacha yah to sach hai,
ReplyDeleteआतंकवादियों के साथ किसी तरह की नरमी नहीं बरती जानी चाहिए...
ReplyDeleteयथार्थपरक लेख....
ReplyDeleteमन को उद्वेलित करने वाला लेख....
ReplyDeleteसुन्दर लेख .
ReplyDeleteबहुत अच्छे विषय पर चर्चा ...समसामयिक विचारणीय लेख .....
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