आज मैं अपनी 300 बीं पोस्ट लिखते हुए बहुत ही ख़ुशी महसूस कर रहा हूँ ! मैं आप सभी का इस 300बीं पोस्ट पर तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ , मैं आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहता हूँ, आप सभी का आभार व्यक्त करता हूँ जो आप सभी ने मेरे लेखन को सराहा , समय समय पर अपनी बहुमूल्य टिप्पणियों से मेरा उत्साहवर्धन किया , मुझे मार्ग -दर्शन दिया ! आगे भी मैं आप सभी से मार्ग-दर्शन की उम्मीद रखता हूँ !
तीन बर्षों के लेखन के दौरान मैंने लगभग हर बिषय पर कुछ ना कुछ अवश्य लिखा है .... राजनीति- राजनीतिज्ञ , भ्रष्टाचार - बेईमानी , नेता - अभिनेता , साधू-संत , घर-परिवार , रिश्ते-नाते , माता -पिता , बुजुर्ग -बच्चे , यहाँ तक की जानवरों और मच्छरों तक को भी नहीं छोड़ा ! मैंने युवाओं पर भी कई पोस्ट लिखीं हैं ! आज " युवा दिवस " के मौके पर मैं फिर एक बार देश के युवाओं को लेकर कुछ लिख रहा हूँ ! मैं अपने सभी युवा साथियों से गुजारिश करूंगा की वो अपनी उपस्थिति से एक सभ्य और शिक्षित समाज का निर्माण करें जो इस देश को विकसित और विकासशील बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए ! आज जो हमारे देश के हालात हैं वो वद से वद्तर हो चुके हैं , पिछले दिनों जो अमानवीय और दर्दनाक हादसा " दामिनी " के साथ हुआ वो इस देश की सुस्त सुरक्षा व्यवस्था और इंसान के गिरते हुए स्तर का एक बहुत बड़ा उदाहरण था ! देश में कोई भी सरकार हो उसका मकसद हमेशा अपनी कुर्सी को बचाने का होता है और उसके लिए उन्हें सब कुछ मंजूर है !
हम बात करते हैं आज के युवाओं की जिनके आदर्श सचिन -राहुल , सलमान - शाहरुख़ , कैटरीना - करीना हैं ! स्वामी विवेकानंद और भगत सिंह नहीं ! सच तो ये है कि आज के युवाओं का कोई आदर्श ही नहीं है और ना ही कोई सिद्धांत , जैसे हर हफ्ते फिल्म के पोस्टर बदलते हैं ठीक वैसे ही उनके आदर्श और सिद्धांत ! संस्कार रहित , अपनी मस्ती में मस्त , घर-परिवार , समाज से कोसों दूर .... भेड़चाल के शिकार , उत्तेजना से लबरेज , सब्र का अभाव , मरने - मारने को सदैव तत्पर , विदेशी कल्चर का तेजी से अनुशरण करने वाला ! अपने हांथों से अपने 5000 बर्ष पुराने कल्चर और अपने भविष्य को खत्म करने वाला , और कोई नहीं आज का युवा ही है ! वो बिगड़े हुए युवा ही थे जिन्होंने दिल्ली और गुवाहाटी में इस देश को शर्मसार किया है ! आज देश में बढ़ते अपराधों में सबसे ज्यादा प्रतिशत युवाओं का ही है ! हमारे बीच क्लबों का बढ़ता हुआ चलन , ड्रग्स , शराब , लेट नाईट पार्टियाँ , जिस्मफरोशी इन सभी के पीछे आज का भटका हुआ युवा ही है ! ऐसा नहीं है की देश का सभी युवा वर्ग यही सब कर रहा है ! इस देश में ऐसे भी नौजवान हैं जो आज भी अपने देश पर मर मिटने को सदैव तत्पर रहते हैं , ऐसे भी युवा हैं जो समाज को सुधारने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं ! आज देश की और दुश्मन ताकतों से हमारी रक्षा करने वाला कोई और नहीं आज का देशभक्त युवा ही है ! आज कई युवा भारत का नाम विश्व स्तर पर ऊंचा कर रहे हैं ! किन्तु ये संख्या ना के बराबर है ! ऐसा क्यों है ......? इसके पीछे आखिर क्या कारण है ? कौन है इसके लिए जिम्मेदार ? युवाओं में संस्कारों का अभाव , पैसे कमाने की अंधी और गलत तरीकों से ज्यादा कमाने की दौड़ , माता -पिता का अपने बच्चों के लिए समय का अभाव , देश में बढ़ती बेरोजगारी , मेंहगाई और भ्रष्टाचारी का अपनी चरम सीमा पर होना , सरकार का हर बात पर ढुल - मुल रवैया , सभी का अपने लिए स्वार्थी होना ! ऐसे अनेकों कारण है जो किसी भी युवा को अपने लक्ष्य से भटका सकता है ! फिर क्या किया जाये .......?
जिम्मेदारी हम युवाओं को ही लेनी पड़ेगी ! हम ही सब कुछ ठीक कर सकते हैं ! किन्तु हमें सोचना होगा , और कार्य करना होगा ! हम युवा ही इस देश की दशा और दिशा बदल सकते हैं ! युवा साथियों आगे बढ़ो और अपने घर -परिवार , समाज और देश के लिए कुछ करो ....... अपनी उपस्थिति अच्छे कामों में दर्ज कराएँ !
मैं अपने सभी युवा साथियों को युवा दिवस की बहुत बहुत बधाई ..... शुभकामनाएं देता हूँ !
धन्यवाद
तीन बर्षों के लेखन के दौरान मैंने लगभग हर बिषय पर कुछ ना कुछ अवश्य लिखा है .... राजनीति- राजनीतिज्ञ , भ्रष्टाचार - बेईमानी , नेता - अभिनेता , साधू-संत , घर-परिवार , रिश्ते-नाते , माता -पिता , बुजुर्ग -बच्चे , यहाँ तक की जानवरों और मच्छरों तक को भी नहीं छोड़ा ! मैंने युवाओं पर भी कई पोस्ट लिखीं हैं ! आज " युवा दिवस " के मौके पर मैं फिर एक बार देश के युवाओं को लेकर कुछ लिख रहा हूँ ! मैं अपने सभी युवा साथियों से गुजारिश करूंगा की वो अपनी उपस्थिति से एक सभ्य और शिक्षित समाज का निर्माण करें जो इस देश को विकसित और विकासशील बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए ! आज जो हमारे देश के हालात हैं वो वद से वद्तर हो चुके हैं , पिछले दिनों जो अमानवीय और दर्दनाक हादसा " दामिनी " के साथ हुआ वो इस देश की सुस्त सुरक्षा व्यवस्था और इंसान के गिरते हुए स्तर का एक बहुत बड़ा उदाहरण था ! देश में कोई भी सरकार हो उसका मकसद हमेशा अपनी कुर्सी को बचाने का होता है और उसके लिए उन्हें सब कुछ मंजूर है !
हम बात करते हैं आज के युवाओं की जिनके आदर्श सचिन -राहुल , सलमान - शाहरुख़ , कैटरीना - करीना हैं ! स्वामी विवेकानंद और भगत सिंह नहीं ! सच तो ये है कि आज के युवाओं का कोई आदर्श ही नहीं है और ना ही कोई सिद्धांत , जैसे हर हफ्ते फिल्म के पोस्टर बदलते हैं ठीक वैसे ही उनके आदर्श और सिद्धांत ! संस्कार रहित , अपनी मस्ती में मस्त , घर-परिवार , समाज से कोसों दूर .... भेड़चाल के शिकार , उत्तेजना से लबरेज , सब्र का अभाव , मरने - मारने को सदैव तत्पर , विदेशी कल्चर का तेजी से अनुशरण करने वाला ! अपने हांथों से अपने 5000 बर्ष पुराने कल्चर और अपने भविष्य को खत्म करने वाला , और कोई नहीं आज का युवा ही है ! वो बिगड़े हुए युवा ही थे जिन्होंने दिल्ली और गुवाहाटी में इस देश को शर्मसार किया है ! आज देश में बढ़ते अपराधों में सबसे ज्यादा प्रतिशत युवाओं का ही है ! हमारे बीच क्लबों का बढ़ता हुआ चलन , ड्रग्स , शराब , लेट नाईट पार्टियाँ , जिस्मफरोशी इन सभी के पीछे आज का भटका हुआ युवा ही है ! ऐसा नहीं है की देश का सभी युवा वर्ग यही सब कर रहा है ! इस देश में ऐसे भी नौजवान हैं जो आज भी अपने देश पर मर मिटने को सदैव तत्पर रहते हैं , ऐसे भी युवा हैं जो समाज को सुधारने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं ! आज देश की और दुश्मन ताकतों से हमारी रक्षा करने वाला कोई और नहीं आज का देशभक्त युवा ही है ! आज कई युवा भारत का नाम विश्व स्तर पर ऊंचा कर रहे हैं ! किन्तु ये संख्या ना के बराबर है ! ऐसा क्यों है ......? इसके पीछे आखिर क्या कारण है ? कौन है इसके लिए जिम्मेदार ? युवाओं में संस्कारों का अभाव , पैसे कमाने की अंधी और गलत तरीकों से ज्यादा कमाने की दौड़ , माता -पिता का अपने बच्चों के लिए समय का अभाव , देश में बढ़ती बेरोजगारी , मेंहगाई और भ्रष्टाचारी का अपनी चरम सीमा पर होना , सरकार का हर बात पर ढुल - मुल रवैया , सभी का अपने लिए स्वार्थी होना ! ऐसे अनेकों कारण है जो किसी भी युवा को अपने लक्ष्य से भटका सकता है ! फिर क्या किया जाये .......?
जिम्मेदारी हम युवाओं को ही लेनी पड़ेगी ! हम ही सब कुछ ठीक कर सकते हैं ! किन्तु हमें सोचना होगा , और कार्य करना होगा ! हम युवा ही इस देश की दशा और दिशा बदल सकते हैं ! युवा साथियों आगे बढ़ो और अपने घर -परिवार , समाज और देश के लिए कुछ करो ....... अपनी उपस्थिति अच्छे कामों में दर्ज कराएँ !
मैं अपने सभी युवा साथियों को युवा दिवस की बहुत बहुत बधाई ..... शुभकामनाएं देता हूँ !
धन्यवाद
आपको ढेरों बधाइयाँ, युवाओं की ऊर्जा ही भविष्य का सहारा है..
ReplyDeletebahut bahut badhaai aapko.isme koi shaque nahi aaj yuva agyan se nahi bhram se pareshan hai.
ReplyDeleteBahut achcha laga aapka lekh, yuvayon ke aage bahut saari chunautiyan hain, aur unhe gumrah karne walon ki bhi kami nahi. ladai mein uljhana, ek purana khel hai, yeh amin khaaskar bahar ke mahaul ke baare mein keh rahi hoon, jahan ladai mein uljhane ki charam seema maine dekhi hai, Rashtriyata ke naam par.
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ReplyDeleteयुवा ही इतिहास बनाता है ,समाज में परिवर्तन लाता है.
युवा दिवस पर शुभकामनाएं देता हूँ !
New post : दो शहीद
aap ko bhi yuva divas ki bahut bahut badhaiya, aur aap ye lekh bahut hi behtreen.....................................
ReplyDeleteबेहद सार्थक अभिव्यक्ति, युवा चाहे तो समाज को एक बेहतर दिशा दी जा सकती है ।
ReplyDelete300 वीं पोस्ट की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteबिल्कुल सही बयां किया है संजय जी बहुत ही छू लेने वाली बात कही की आज के युवा हीरो हेरोइन और क्रिकेटरों के दीवाने तो है पर देश के नौजवानों और देशभक्तों से कोई लेना-देना नहीं, न ही उनके लिए उनके अन्दर कोई जोश और जूनून है बहुत दुखद है ये!
ReplyDeleteऔर संजय जी आपकी 300वी पोस्ट के लिए हार्दिक बधाई और युवा दिवस पर ढेरों शुभकामनाएं!
मैं आप सभी का इस 300बीं पोस्ट पर तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ !
Deleteविवेकानन्द जी को समर्पित युवा दिवस पर शुभकामनाएं।
ReplyDeleteविषय हमेशा से सामयिक रहे हैं ,युवा दिवस पर भी युवाओं को चिंतन करने योग्य बहुत सी बातों का जिक्र किया आपने .. शुक्रिया
ReplyDeleteतीन सौंवी पोस्ट के लिए बधाई ...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteबधाई हो!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (13-12-2013) को (मोटे अनाज हमेशा अच्छे) चर्चा मंच-1123 पर भी होगी!
सूचनार्थ!
युवाओं के सुंदर सार्थक सन्देश,,,
ReplyDelete३०० तीन सौंवी पोस्ट के लिए बहुत२ बधाई ..शुभकामनाए संजय जी,,,
recent post : जन-जन का सहयोग चाहिए...
तीसरे शतक पूरा करने के लिये हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteसबसे पहले आपको आपकी ३००वीं रचना के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ!:)
ReplyDeleteअपने बिल्कुल सही कहा... अब हम सबको, ख़ासकर युवा-वर्ग को सचेत होने की ज़रूरत है, अपना सही लक्ष्य साधने की ज़रूरत है!
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♥सादर वंदे मातरम् !♥
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सर्वप्रथम
♥३००वी पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !♥
प्रिय बंधुवर संजय कुमार चौरसिया जी
तीन वर्षों में , तीन सौ प्रविष्टियों के लिए आपने विविध विषयों पर कलम चलाई है ...
और बहुत सार्थक सुंदर समाजोपयोगी पोस्ट्स द्वारा हिंदी ब्लॉगिंग को उल्लेखनीय दिशा प्रदान की है , आभार !
आने वाली तीन सौ पोस्ट में आप नए कीर्तिमान स्थापित करें , यही मंगलकामना है !
हार्दिक मंगलकामनाएं …
युवा दिवस , लोहड़ी एवं मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर !
राजेन्द्र स्वर्णकार
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सबसे पहले ३००वीं पोस्ट लिखने के लिये आपको बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें. आप अपना लेखन कार्य इसी तरह सतत आजीवन जारी रखें.
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