Monday, March 15, 2010

मुझे यूँ बर्बाद न करें..... मुझे बचालो .............

मुझे बचालो ना यूँ बर्बाद करो मैं आपका जीवन हूँ ! और अपने जीवन को यों बर्बाद ना करो ! मैं जल हूँ और मैं सबका जीवन हूँ ! पर आज मेरा उपयोग कम दुरूपयोग ज्यादा हो रहा है ! मैं सड़कों पर यूँ ही बहता रहता हूँ ! कोई नहीं मुझे बचाने बाला ! आप सोचिये अगर मैं न रहा तो क्या होगा ! क्या आप मेरे बिना रहने की कल्पना भी कर सकते हैं ! मेरी अहमियत को समझो ! मेरा महत्व आप आज नहीं समझ रहे हैं ! पूँछिये उन सूखे खेत- खलिहानों से जो मेरी एक - एक बूँद के प्यासे हैं ! पूँछिये उन घने वन जंगलों से जो सिर्फ मेरे ही कारण जीवित हैं ! इतना है मेरा महत्व की लोग मेरी पूजा करते हैं ! आप भी समझें मेरी अहमियत ...........

आज जिस तरह इन्सान का स्तरगिर रहा है उसी तरह मेरा भी स्तर कई वर्षों से लगातार गिर रहा है ! और इसके पीछे आप सब जिम्मेदार हैं अगर मैं ना रहा तो मिट जायेगा वो पवन नाम जिसे आप गंगा, जमुना, सरस्वती, आदि के नाम से जानते हैं ! मैं नहीं रहा तो कैसे इन्सान अपने तन और मन की गंदगी दूर करेगा, मेरे जरा से रूठ जाने पर इन्सान, इन्सान के खून का प्यासा हो जाता है ! सड़कों पर अपनों का खून तक बहा देता है , मेरा महत्त्व इतना है की मैं प्रतिदिन इश्वर के चरणों से लेकर मृत देह तक मैं मेरा उपयोग होता है ....
आप मुझे बर्बाद होते देख रहे हैं फिर भी कुछ नहीं कर रहे हैं ! मुझे बचाने का वादा तो सब करते हैं , पर वादा करके भूल जाते हैं ! मेरी एक -एक बूँद अमृत के सामान हैं ........ अपने अमृत को यूँ बर्बाद न करो

गुजारिश
आप सभी आमजन से मैं ये वादा चाहता हूँ ! आप सब मिलकर आगे आयें और मुझे बर्बाद होने से बचाएं

जल ही जीवन हैं
एक छोटी सी बात

धन्यबाद

3 comments:

  1. Aaj ki post bahut kuchh sochne ko aur karne ko kahti hai.. shayad abhi tak ki best post hai ye..
    Happy B'day.. :)

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  2. विचारणीय एवं चिंतनीय विषय!

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