Monday, August 20, 2012

सोना .. सोना .. सोना .. आखिर कितना सोना .......>>>> संजय कुमार

अभी पिछले दिनों पूरे देश में चारों ओर हल्ला मचा हुआ था सोने को लेकर कि , क्या 120 करोड़ की आवादी में कोई ऐसा नहीं जो भारत के लिए रत्ती भर सोना ला सके ? ( लंदन ऑलंपिक ) जबाब तो देना कोई मुश्किल काम नहीं है ... शायद ऐसे बहुत होंगे जो सोना लाने की क्षमता रखते हैं किन्तु उनको मौका ही नहीं मिला होगा ( गन्दी राजनीति से अच्छे -अच्छे धुरंधर आज धुल खा रहे हैं ) या हम जंग पर जाने से पहले पूरी तरह तैयार नहीं थे.खैर जो भी लाये उससे देश की लाज तो बच गयी.. भले ही हमारे चैम्पियन वहां से सोना लूटकर मतलब जीतकर ना ला पाए हों किन्तु . ( मेरा भारत महान ) हमारे देश के महान राजनीतिज्ञ , उद्योगपति बिना बात सोना लुटा रहे हैं जैसे " कारगिल " की जंग जीत कर आये हों ... हाँ  यदि " वीर शहीदों " पर सोना लुटाते तो कोई बात नहीं थी क्योंकि वो हैं तो हम हैं ! वहां से खिलाडियों को रत्ती भर मिलता ( देश की शान बढ़ती ) किन्तु यहाँ तो हम किलो में बाँट रहे हैं !   मान लीजिये वहां से सोना ले आते तो क्या होता ? फिर हम क्या लुटाते  ? शायद सोने में तौलते या फिर सोने की मूर्तियाँ लगवाते ! ये सोना भी अपने आप में बड़ा महत्वपूर्ण हैं ! सोने का महत्त्व तो हम सब बहुत अच्छे से जानते हैं ! सोना भी दो प्रकार का होता है .. मसलन  ........सोना  ( Sleep )  .... देश की सरकार सो रही है ! दूसरा होता है ...... सोना  ( Gold ) जिसके दाम आज आसमान छू  रहे हैं ! कभी हमारे देश में ......."  जहाँ डाल - डाल पर सोने की चिड़ियाँ करती थी वसेरा ... ऐसा भारत देश था मेरा "  किन्तु आज तक की सोती हुई सरकारों के सुस्त कार्यकाल की वजह से सिर्फ चिड़ियाँ रह गयीं और सोना नेताओं की तिजोरियों में पहुँच गया ! वैसे सोना हम सभी के स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है यदि हम 7 से 8 घंटे तक नहीं सोयेंगे तो समझ लीजिये आप पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हैं ! ( आज़ादी के बाद हम सोये रहे या जाग रहे हैं पता नहीं ) किन्तु हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग है , बहुत सी ऐसी संस्थाएं हैं  , बहुत से राज्य हैं , सरकारें हैं जो आज भी " कुम्भकर्णी " नींद सोई हुई हैं ! हमारे संस्कार सो गए .... अगर ऐसा ना होता तो बुजुर्ग दयनीय हालत में क्यों होते ? हमारे बच्चे आज गलत राह पर नहीं होते ? ........ देश का भविष्य कही जाने वाली युवा पीढ़ी भी पूरी तरह से सोई  हुई है ..... अगर जाग्रत होती तो " गुवाहाटी " जैसे इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटनाएँ ना होती , बल्कि शर्मसार करने वाले ये युवा ही थे .. देश की सरकार  भी सोई  हुई है पूरी तरह से और ऐसा कहने में किसी भी प्रकार की हिचक मन में नहीं है ..... क्योंकि ..... असम  , गुजरात और अन्य  राज्यों में हुई अमानवीय हिंसा ना होती , ये हमारी सोई  हुई सरकार का एक छोटा सा रूप  है ! देश में   अरबों - खरबों के घोटाले हो जाते हैं  और सरकार सोई  रहती है ....  देश में कुपोषण , भुखमरी , गरीबी , निरक्षरता दिन प्रतिदिन बढ़ रही है और सरकार सोई  हुई है ! हमारे देश की जनता को भी सोना पसंद है , हम भी कहीं न कहीं सो रहे हैं , यदि ऐसा ना होता ...... तो  तंत्र -मन्त्र , अन्धविश्वास के नाम पर हमारे अपनों की बलि ना दी जाती ,  धर्म- अधर्म के नाम पर हमारी जेबों को खाली कर बड़े-बड़े साधू -संत " पीठों " का निर्माण ना कर पाते , हमारे समाज में चलने वाले " चकलाघर " ना चलते ,  हम हिन्दू-मुस्लिमों के नाम पर ना लड़ते ! किन्तु ऐसा बर्षों से होता हुआ आया है  क्योंकि हमें सोना पसंद था ? ......... आज भी हो रहा है ...... क्योकि हम आज भी सो रहे हैं ? ........ आगे भी होता रहेगा .... यदि हम यूँ ही सोते रहेंगे ..........  ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि हमें सोना पसंद है ......... हम दीवानों की तरह सोने को पसंद करते हैं !

क्या आपको भी सोना पसंद हैं ? 

धन्यवाद  

22 comments:

  1. desh bhi aap aur hum kuchh kare yhi aasha karta hai,par kaise ,Jago aur jagate raho esi trh ,,Gandhi ji bhi agar aaj hote to ve bhi ,,sirf ....

    ReplyDelete
  2. आपने सही कहा,,,,,
    प्रतिभावान खिलाड़ी चढे,राजनीति के टेट
    ऑलंपिक में भला, कैसे हो सोने से भेट,,,,,

    WELCOME TO MY RECENT POST ...: जिला अनुपपुर अपना,,,

    ReplyDelete
  3. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  4. दोस्तों सोना और सौना दोनों ही अपनी अपनी जगह सही हैं!
    लेकिन दोनों मे से किसी की भी अधिकता नुकसान दायक होती हैं
    बरहाल बहुत अच्छा और सार्थक लेख............................................

    ReplyDelete
  5. Ho sakta hai ki agalee shatabdi me sona le aayen!

    ReplyDelete
  6. ओ मेरे सोना रे सोना, बन्द करो सोना, ले आओ सोना..

    ReplyDelete
  7. "कुम्भकर्णी" नींद

    "पीठों" का निर्माण

    "चकलाघर" चलते

    हिन्दू-मुस्लिमों

    हमारे संस्कार ?


    बहुत अच्छा




    ReplyDelete
  8. आज तक की सोती हुई सरकारों के सुस्त कार्यकाल की वजह से सिर्फ चिड़ियाँ रह गयीं और सोना नेताओं की तिजोरियों में पहुँच गया !

    ...एकदम सही विवेचन....

    ReplyDelete
  9. बहुत उम्दा जारी रखिये

    ReplyDelete
  10. waah bahut sahi likha hai sundar lekh ..........

    ReplyDelete
  11. I was very encouraged to find this site. I wanted to thank you for this special read. I definitely savored every little bit of it and I have bookmarked you to check out new stuff you post.

    ReplyDelete
  12. Good efforts. All the best for future posts. I have bookmarked you. Well done. I read and like this post. Thanks.

    ReplyDelete
  13. Thanks for showing up such fabulous information. I have bookmarked you and will remain in line with your new posts. I like this post, keep writing and give informative post...!

    ReplyDelete
  14. The post is very informative. It is a pleasure reading it. I have also bookmarked you for checking out new posts.

    ReplyDelete
  15. Thanks for writing in such an encouraging post. I had a glimpse of it and couldn’t stop reading till I finished. I have already bookmarked you.

    ReplyDelete
  16. The post is handsomely written. I have bookmarked you for keeping abreast with your new posts.

    ReplyDelete
  17. It is a pleasure going through your post. I have bookmarked you to check out new stuff from your side.

    ReplyDelete
  18. A very well-written post. I read and liked the post and have also bookmarked you. All the best for future endeavors.

    ReplyDelete
  19. I was very encouraged to find this site. I wanted to thank you for this special read. I definitely savored every little bit of it and I have bookmarked you to check out new stuff you post.

    ReplyDelete
  20. Good efforts. All the best for future posts. I have bookmarked you. Well done. I read and like this post. Thanks.

    ReplyDelete
  21. Thanks for showing up such fabulous information. I have bookmarked you and will remain in line with your new posts. I like this post, keep writing and give informative post...!

    ReplyDelete